Success Story: कभी छोटे शहर से शुरू किया, आज मुंबई में बनाई करोड़ो की कंपनी; जानिए Santy Sharma की सफलता की कहानी

कभी छोटे शहर से शुरू किया, आज मुंबई में बनाई करोड़ो की कंपनी; जानिए Santy Sharma की सफलता की कहानी
मध्यप्रदेश के छोटे से शहर रतलाम में जन्मे Santy Sharma.

आपने सुना होगा कि डिजिटल मार्केटिंग का उपयोग करके लोगो ने लाखों रुपए कमाए हैं. आज हम आपको एक ऐसी शख्सियत के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने सीमित संसाधनों के बावजूद अपने सपनों को मरने नहीं दिया और मेहनत, लगन और आत्मविश्वास से करोड़ों की कंपनी खड़ी कर दी और जिनका आज डिजिटल मार्केटिंग इंडस्ट्री में बड़ा नाम बन गया है. मध्यप्रदेश के छोटे से शहर रतलाम में जन्मे Santy Sharma आज उनकी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी “डिजिटलयुग मीडिया” के कारण चर्चा में बने हुए हैं. लेकिन सैंटी के अनुसार उनका ये सफर कुछ आसान नहीं रहा है, और इस मुकाम तक आने के लिए उन्हें काफी उतार चढाव देखने पड़े|

आपको बता दें, सैंटी का जन्म एक साधारण ब्राह्मण परिवार में हुआ जहा उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई अपने भाई उमेश शर्मा और बहन कृष्णा शर्मा के साथ की. शुरुआती पढ़ाई के दौरान उन्हें काफी उतार-चढ़ाव देखे, इसी वजह से उन्होंने कक्षा 12 के बाद नौकरी करने का निर्णय लिया और कम उम्र में ही शहर के एक सीए के यहां कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी शुरू कर दी. उनकी कॉलेज की पढ़ाई और म्यूजिकल शिक्षा भी जारी रही. कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने इंदौर की एक प्राइवेट एमएनसी कंपनी में प्राइवेट नौकरी शुरू कर दी, जहां उन्होंने दो साल तक काम किया. कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने इंदौर से बेंगलुरु में एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी शुरू कर दी. नौकरी के कारण सैंटी अपने म्यूजिक पैशन को फॉलो नहीं कर पा रहे थे और इसी वजह से बेंगलुरु में भी दो साल काम करने के बाद उन्होंने अपने घर रतलाम लौटने का निर्णय लिया और वहीं से कुछ ऑनलाइन कार्य शुरू करने का फैसला किया|

नौकरी छोड़ने के बाद 2019 में उन्होंने यूट्यूब से कुछ डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स सीखी और अपनी नौकरी के अनुभव के आधार पर मोबाइल से ही अन्य लोगों के लिए सोशल मीडिया प्रमोशन का कार्य शुरू कर दिया. इस तरह, कुछ समय तक सोशल मीडिया प्रमोशन का कार्य करते-करते उन्होंने प्रेस रिलीज और डिजिटल पीआर इंडस्ट्री में भी काम शुरू कर दिया. 2020 के लॉकडाउन में उन्होंने इस कार्य को तेजी से बढ़ाया, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से सब कुछ ऑनलाइन शिफ्ट हो रहा था और इसी कारण उनका बिजनेस भी रफ्तार पकड़ने लगा. सैंटी ने अपने बिजनेस को डिजिटलयुग मीडिया का नाम दिया और अपनी वेबसाइट से कई क्लाइंट्स को ऑनलाइन सोशल मीडिया और प्रेस रिलीज की सर्विस प्रोवाइड करने लगे. धीरे-धीरे उनके क्लाइंटस बढ़ते गए और उन्होंने अपने बिजनेस को प्राइवेट लिमिटेड में भी रजिस्टर कर दिया|

2023 में उन्होंने अपना कॉरपोरेट ऑफिस मुंबई में शिफ्ट किया, जहां से आज वे देश-विदेश के कई क्लाइंट्स को अपनी डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं दे रहे हैं और इसी क्षेत्र में रोज़गार उत्पन्न करके कई युवा-युवतियों को नौकरी करने का मौका भी दे रहे हैं. हाल ही में, सैंटी शर्मा ने अपने भाई उमेश शर्मा के साथ एक और ग्लोबल डिजिटल पीआर एजेंसी "The PR Code" की स्थापना की जिसका मकसद प्रेस रिलीज़ इंडस्ट्री की कम्प्लेक्सिटी को आसान करना है.

आज उनकी कंपनियां प्रसिद्ध डिजिटल एडवरटाइजमेंट प्लेटफॉर्म बन चुकी है, जो प्रेस रिलीज, प्रेस कॉन्फ्रेंस, वेबसाइट डेवलपमेंट, फिल्म प्रमोशन और भी कई अन्य प्रकार की सर्विसेस प्रोवाइड करती है. आज शर्मा कई लोगों को मोटिवेट कर रहे हैं कि अगर आप किसी भी एक क्षेत्र में लगातार मेहनत करेंगे तो ज़रूर कुछ प्रभावशाली कार्य कर पाएंगे. उन्होंने अपने डिजिटल मार्केटिंग बिजनेस के साथ-साथ अपना म्यूजिकल करियर भी जारी रखा, जहां आज उनके 18 से ज्यादा गाने रिलीज हो चुके हैं और हाल ही में उन्होंने अपना डेब्यूट एल्बम "रिबॉर्न" भी रिलीज़ किया. छोटे से शहर से निकलकर मुंबई की कॉर्पोरेट गलियारों तक पहुंचने का उनका यह सफर न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह साबित करता है कि यदि जुनून और दिशा सही हो, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता। सैंटी शर्मा का जीवन इस बात का उदाहरण है कि मुश्किलें चाहे जितनी भी हों, हौसले बुलंद हों तो सफलता जरूर मिलती है।

Created On :   10 April 2025 2:10 PM IST

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