चंद्रयान पर ट्रोल हुए सुहेलदेव पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर, जानकर पकड़ लेंगे अपना सिर!
- चंद्रयान-3 को लेकर ट्रोल हुए ओम प्रकाश राजभर
- चंद्रयान को पृथ्वी पर कराया था लैंड
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। भारत का मिशन मून चंद्रयान-3 ने कल यानी 23 अगस्त को चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर, दुनिया के सामने के नजीर पेश कर दिया कि, भारत इस युग का उभरता हुआ महाशक्ति है। चंद्रयान- 3 की चांद पर लैंडिंग को लेकर बीते दिन देश के अलग-अलग जगहों पर पूजा-पाठ हुआ था जिसका नतीजा हमें काफी सुखद भी मिला। लैंडिंग से पहले हर क्षेत्र से जुड़े लोगों की प्रतिक्रिया आई। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश की राजनीति के जाने माने चेहरे और सुहेलदेव पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी। लेकिन राजभर को बधाई देना भारी पड़ गया है और सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
ओम प्रकाश राजभर को ट्रोल करने का मुख्य कारण उनका अजीबोगरीब बयान है। एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए राजभर ने वैज्ञानिक को बधाई देते हुए कहा कि, हम चाहते हैं चंद्रयान-3 की लैंडिंग आसानी से पृथ्वी पर हो जाए। राजभर का यही बयान चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर यूजर्स पूछ रहे हैं कि, करीब 50 दिनों से न्यूज चैनल और अखबार में चंद्रयान-3 को लेकर खबरें चल रही हैं लेकिन नेताजी को अभी तक पता नहीं है कि चंद्रयान चांद पर लैंड करने वाला है या पृथ्वी पर, भगवान इन्हें बुद्धि दें।
राजभर का पूरा बयान पढ़ें
ओम प्रकाश राजभर से चंद्रयान-3 को लेकर सवाल किया गया कि आज ( 23 अगस्त) चंद्रयान चांद की सतह पर लैंडिंग करने जा रहा है तो आप इस पर क्या कहेंगे? सवाल का जवाब देते हुए ओम प्रकाश राजभर ने कहा, "मैं भारत के उन वैज्ञानिकों को धन्यवाद देता हूं जो दिन प्रतिदिन रिसर्च करके नई खोज कर रहे हैं। चंद्रयान-3 के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई देता हूं।" यहां तक राजभर ने सही बोला लेकिन उन्होंने आगे कहा, "चंद्रयान-3 के सकुशल धरती पर आने का जो समय है। आने के बाद उसका स्वागत पूरे देश को करना चाहिए।" नेताजी का यही बयान सुर्खियों में बना हुआ है और यूजर्स राजभर का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं।
भारत ने रचा इतिहास
चंद्रयान-3, 23 अगस्त की शाम करीब 6 बजकर चार मिनट पर चांद की धरती पर सॉफ्ट लैंडिंग कर लिया था। इसी के साथ भारत ऐसा चौथा देश बन गया है जो चांद पर सफल तरीके से लैंडिंग कराया है। साथ ही भारत के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हुआ है। हम पहले ऐसे देश भी बने हैं जो चांद की साउथ पोल पर सफलतापूर्वक अपना यान उतारा हैं।