पहलवानों के आंदोलन में बड़ी दरार! तीनों बड़े पहलवानों ने पीछे लिए कदम
- साक्षी मलिक काम पर लौटीं
- साक्षी मलिक का ताजा ट्वीट
- सत्याग्रह रहेगा जारी -साक्षी
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगातार आंदोलन कर रहे पहलवानों में विनेश फोगाट,साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया मुख्य चेहरों में शामिल हैं। इन्हीं पहलवानों के नेतृत्व में बीजेपी सांसद बृजभूषण के ऊपर कार्यवाई की मांग की जा रही थी। लेकिन अब तीनों ही मुख्य पहलवानों ने अपने कदम पीछे ले लिया है। सूत्रों की मानें तो पहलवानों ने आंदोलन से पीछे हटने के बाद नौकरी ज्वाईन कर लिया है। सबसे पहले पहलवनों के आंदोलन में से साक्षी मलिक ने खुद को अलग किया था। यहीं नहीं वह भी रेलवे में अपनी जॉब पर वापस लौट गई है। इस खबर के सामने आने के बाद माना जा रहा था कि पहलवानों के बीच दरार आ गई है लेकिन कुछ ही समय बाद साक्षी मलिक ने ट्वीट कर कहा है कि लड़ाई जारी रहेगी।
सत्याग्रह रहेगा जारी
पहलवान साक्षी मलिक ने इस मामले में ट्वीट करते हुए लिखा कि "ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।"
बता दें विनेश फोगाट,साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के साथ ही कई पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा थे। पहलवानों ने बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीडन के आरोप लगाए थे। ये पहलवान 23 अप्रैल से जंतर मंतर में धरना दे रहे थे। पहलवानों ने इससे पहले जनवरी में भी बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना दिया था लेकिन खेल मंत्रालय के दखल के बाद सभी पहलवान वापस हो गए थे।
बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली में दर्ज है दो एफआईआर
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर दर्ज एफआईआर की कॉपी बीते दिनों ही सामने आई थी। बृजभूषण पर एक नहीं बल्कि दो एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें उनके खिलाफ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के करीब 10 मामलों का जिक्र है। इन मामलों में बृजभूषण के खिलाफ गलत तरीके से छूना, किसी भी बहाने से छाती पर हाथ रखने की कोशिश करना,पीछा करना साथ ही यौन संबंध बनाने का दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है। खिलाड़ियों ने यह भी कहा है कि बृजभूषण ने उनके साथ कई बार छेड़छाड़ की है। पहलवानों ने 21 अप्रैल को बृजभूषण के खिलाफ कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी।
बता दें सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद पहलवानों की शिकायत दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज किया था। एफआईआर में जिन घटनाओं का जिक्र किया गया है वह कथित तौर पर 2012 से 2022 तक देश और विदेश में अलग-अलग हिस्सों में हुई। बृजभूषण पर दर्ज धाराएं दिल्ली पुलिस ने एफआईआर में आईपीसी की धारा 354 (महिला की शील भंग करने के इरादे से उस पर हमला करना या आपराधिक बल प्रयोग),354ए (यौन उत्पीड़न), 354डी (पीछा करना) 34 (सामान्य इरादे) में शिकायत दर्ज की गई है। बृजभूषण के खिलाफ दर्ज की गई पहली एफआईआर पर छह वयस्क पहलवानों के आरोप शामिल हैं. इसमें रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के सचिव विनोद तोमर का भी नाम है।
अमित शाह से हुई थी मुलाकात
शनिवार को पहलवानों के दल में ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। WFI के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों के साथ अमित शाह की यह मुलाकात करीब डेढ़ घंटे चली। सूत्रों के मुताबिक अमित शाह ने पहलवानों को भरोसा दिलाया कि कानून सबके लिए समान है, कानून को अपना काम करने दें।