रेत का खेल: बढ़ी कीमतों से 5 गांव में प्रधानमंत्री जनमन योजना के 409 पीएम आवास पर संकट
- 3 गुना हो गई रेत की कीमत
- बैगा हितग्राहियों को दाम कम होने का इंतजार
- 409 पीएम आवास पर संकट
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के शहडोल में रेत की कीमत में अचानक बढ़ोतरी का असर पीएम जनमन योजना से होने वाले बैगा परिवारों के पीएम आवास पर पड़ रहा है। गोहपारू जनपद के ऐसे पांच गांव में 409 पीएम आवास पर संकट देख जिला पंचायत को पत्र लिखकर रेत की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा गया है। बैगा परिवारों ने बताया कि रेत की कीमत में एक साल में तीन गुना तक बढ़ोतरी हो गई। इससे पीएम आवास निर्माण का बजट बिगड़ रहा है। उचित कीमत पर रेत नहीं मिली तो आवास का निर्माण मुश्किल हो जाएगा।
गांव पीएम आवास
लोढ़ी 141
हर्राटोला 50
नवागांव 131
पोड़ी 41
खोहरी 46
जिला पंचायत ने खनिज विभाग को कार्रवाई करने कहा
रेत की बढ़ी कीमतों से 409 बैगा परिवारों को पीएम आवास निर्माण में परेशानी को लेकर जिला पंचायत द्वारा खनिज विभाग को पत्र लिखा गया है। 12 फरवरी को लिखे पत्र में उचित कीमत पर रेत की उपलब्धता सुनिश्चित करने कहा गया।
शहर में निजी निर्माण पर भी असर, ज्यादातर आवास के काम ठप पडऩे से मजदूरों को रोजगार का संकट
वार्ड क्रमांक 23 में मकान का निर्माण करवा रहे मुकेश आहूजा ने बताया कि एक डग्गी 5 घनमीटर रेत की कीमत 6 से 7 हजार रूपए से बढक़र 10 से 11 हजार रूपए तक पहुंच गई है। जाहिर है इसका असर मकान का निर्माण पर पड़ेगा। शहर में मजदूरों के काम से जुड़े विनोद गुप्ता बताते हैं कि रेत की कीमत अचानक बढ़ जाने से कई लोगों ने निर्माण कार्य ही रोक दिया। काम रुक जाने से मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
15 सौ रूपए ट्रैक्टर ट्राली की रेत 45 सौ रूपए पार पहुंची
जिला पंचायत सदस्य राजेश बैगा ने बताया कि एक साल पहले तक 15 सौ रूपए में मिलने वाली एक ट्रैक्टर रेत की कीमत अचानक बढक़र 45 सौ रूपए से 5 हजार रूपए तक पहुंच गई है। इससे बरूका, मैकी, पटासी, भर्री, बरहाई, खेतौली, नवलपुर, धुरवार व हर्री सहित अन्य गांव में पीएम आवास के लिए रेत की समस्या खड़ी हो गई है। सबसे ज्यादा परेशानी बैगा परिवारों को हो रही है। रेत नहीं मिल रहा है। रेत नहीं मिलने के कारण पीएम आवास का निर्माण आगे नहीं बढ़ रहा।