Chhindwara News: मनरेगा तालाबों में भ्रष्टाचार की शिकायत, जांच होने के बाद फाइलों में दबा मामला
- जुन्नारदेव पंचायत के तालाबों के हाल
- जहां राशि निकली पर नहीं बने तालाब
- नजरपुर पंचायत की शिकायत, जांच भी पूरी
Chhindwara News: मनरेगा के तालाबों में मिल रही अनियमितता के मामले में जिला पंचायत के अधिकारी जांच तो कर रहे है लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। पिछले एक माह में जुन्नारदेव जनपद पंचायत में तकरीबन दो से तीन ऐसे मामले आए है जहां तालाब का निर्माण नहीं हुआ है और भुगतान हो गया है। इसी प्रकार पिछले दिनों तालाब निर्माण में अनियमितता और भ्रष्टाचार की शिकायत का मामला पुलिस तक पहुंच गया था। इसके बावजूद जांच तक मामला सिमटकर रह गया है।
पहला मामला: नजरपुर पंचायत की शिकायत, जांच भी पूरी
विकासखंड के जुन्नारदेव की नजरपुर ग्राम पंचायत में कागजों में बने तालाब को लेकर चल रही जांच में पहुंची टीम को कई गड़बडिय़ा मिली थी। तकरीबन तीन दिनों तक चली जांच में सामने आया था कि तालाब का निर्माण हुआ ही नही है। तीन सदस्यीय जांच दल ने मौके पर पहुंचकर जांच किया जहां तालाब निर्माण में लगे मजदूरों के नाम भी फर्जी मिले थे। मजदूरों के द्वारा दिए गए बयान में बात सामने आई है कि जिन मजदूरों का नाम तालाब बनाने के लिए मस्टर रोल में दर्ज किया है उन्होंने किसी और जगह पर जाकर काम किया है। इस तालाब की जांच सितंबर माह में हो चुकी है जिसमें आरईएस के कार्यपालन यंत्री एलसी मरावी, मनरेगा के परियोजना अधिकारी निशांत सिक्केवार सहित अन्य जांच करने पहुंचे थे।
दूसरा मामला: ग्राम पंचायत भरदी का मामला,जांच टीम भी नहीं पहुंची
जनपद पंचायत जुन्नारदेव अंतर्गत ग्राम पंचायत भरदी के ग्राम नंदन में तालाब निर्माण में गड़बड़ी का मामला सामने आया था। शिकायत के अनुसार ग्राम नंदन में बिशनलाल के खेत में शासन की मनरेगा योजना अंतर्गत खेत तालाब निर्माण कार्य किया जाना था किंतु बिना निर्माण कार्य के ही लाखों रुपए की राशि 15 मस्टरोल जनरेट कर आहरित कर ली गई है। इस मामले में शिकायत भी हो चुकी है लेकिन अब तक जांच टीम भी यहां नहीं पहुंची है।