शपथ ग्रहण समारोह: क्या इंदिरा गांधी का तोड़ पाएंगे रिकॉर्ड? लंबे समय तक प्राइम मिनिस्टर बनने वाले की सूची में तीसरे नंबर पर पीएम मोदी
- इंदिरा चार बार देश की प्रधानमंत्री रहीं
- जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री
- 1947 से 1964 तक करीब 17 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे नेहरू
- इंदिरा 15 वर्ष, 11 महीने और 22 दिनों तक देश की प्रधानमंत्री रहीं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज शाम 9 जून को पर नरेंद्र मोदी तीसरी बार पीएम पद की शपथ लेंगे। मोदी आज तीसरी बार देश की सत्ता की कमान संभालेंगे। तीसरी बार शपथ लेते ही नरेंद्र मोदी जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की श्रेणी में शामिल हो जाएंगे।
आजादी के बाद जवाहर लाल नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने थे। जवाहर लाल नेहरू ने लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली। पंडित नेहरू 1947 से 1964 तक करीब 17 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने 16 वर्ष, 9 महीने, 13 दिनों तक प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली। प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए 27 मई, 1964 को नई दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। ।
इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। इंदिरा चार बार देश की प्रधानमंत्री रहीं, उन्होंने 1966 से 1977 तक लगातार तीन कार्यकालों तक केंद्र सरकार की कमान संभाली थी। 1966 में लाल बहादुर शास्त्री के निधन के बाद इंदिरा पहली बार देश की प्रधानमंत्री बनीं। 1967 और 1971 के चुनाव में जीत दर्ज करके इंदिरा ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। 1975 में आपातताल लगने की वजह से1976 में खत्म होने वाला कार्यकाल 1977 चला। इंदिरा का चौथा और अंतिम कार्यकाल 1980 से 1984 तक रहा था। 31 अक्तूबर 1984 को उनके दो अंगरक्षकों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इंदिरा 15 वर्ष, 11 महीने और 22 दिनों तक देश की प्रधानमंत्री रहीं।
2014 में सत्ता संभालने के बाद नरेंद्र मोदी आज तीसरी बार पीएम पद की शपछ लेंगे। 2014 और 2019 के आम चुनाव में उन्हें पूर्ण बहुमत मिला। लेकिन इस बार बीजेपी बहुमत के आंकड़ें से थोड़ा चूक गई। हालांकि उसके गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिला है। शपथ लेते ही मोदी के पीएम कार्यकाल का तीसरा कार्यकाल शुरु हो जाएगा। अब देखना है कि गठबंधन में शामिल दल उनका साथ कब तक देते है।
आपको बता दें हाल ही में संपन्न हुए आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। 4 जून को घोषित नतीजों में बीजेपी को 240 सीटें आईं। वहीं बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 293 सीटें मिली है। हालांकि बीजेपी बहुमत से 33 सीटें कम है, लेकिन गठबंधन को पर्याप्त बहुमत मिला है।