लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान की इन चार सीटों पर बीजेपी को बागी नेताओं से मिल रही है चुनौती? ओम बिरला की सीट पर भी टेंशन, जानिए वजह
- राजस्थान में बीजेपी को मिल रही है चुनौती
- 4 बागी नेता बीजेपी को दे रहे हैं चुनौती
- डैमेज कंट्रोल के लिए नरेंद्र मोदी कर रहे हैं दौरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव शुरू होने में अब बस केवल एक हफ्ता बाकी है। 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होनी है। इधर राजस्थान में बीजेपी की समस्या बढ़ रही है। पिछले दो आम चुनावों में जहां बीजेपी ने 25 लोकसभा सीटों वाले राजस्थान की पिच पर शानदार बल्लेबाजी की थी, तो वहीं अब पार्टी के पुराने और नाराज नेता बीजेपी की समस्या बढ़ाने में जुटे हैं। बता दें कि, अधिकांश सीटें ऐसी हैं जहां जाट और गुर्जर समाज के लोगों की संख्या अधिक है। इन सीटों पर बीजेपी फंसती नजर आ रही है। खास बात यह है कि इनमें से कई सीटों पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के लिए फ्रंट फुट पर बैटिंग कर रहे हैं। पिछले दिनों कई सीटों पर पीएम मोदी जनसभा भी कर चुके हैं। ताकि एंटी इनकंबेंसी को खत्म किया जा सके।
चार सीटें ऐसी जहां बीजेपी अपने ही नेताओं से उलझी
1. कोटा-
कोटा सीट से बीजेपी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ प्रह्लाद गुंजल को उतारा है। गुंजल ने बीजेपी के टिकट पर 2023 में उत्तर कोटा विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, वे कांग्रेस नेता शांति धारीवाल से हार गए। गुंजल अब बिरला के तानाशाह रवैये को लेकर बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं। स्थानीय समीकरण के सहारे वे बिरला को चुनाव हराने में लगे हुए हैं। गुंजल गुर्जर समाज के हैं और कोटा सीट गुर्जरों की हॉट सीट मानी जाती है। ऐसी स्थिति में अगर चुनावी समीकरण उनके पक्ष में होता है, तो बीजेपी की समस्या बढ़ सकती है।
2. बाड़मेर-
बाड़मेर सीट से बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ उम्मेदाराम बेनीवाल को उतारा है। इसके अलावा रवींद्र भाटी भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में होंगे। बता दें कि, रवींद्र भाटी पहले बीजेपी में थे। 2023 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें शिव से टिकट नहीं दिया, जिसके बाद वे बागी हो गए।
3. नागौर-
राजस्थान की नागौर सीट पर इस बार बीजेपी के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण चुनाव होगा। नागौर सीट जाट बाहुल्य सीट है। बीजेपी ने इस बार इस सीट से कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योति मिर्धा को चुनावी मैदान में उतारा है। लेकिन आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल के इस बार निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने के कारण नागौर सीट की लड़ाई रोचक हो गई है। बता दें कि, पिछले चुनाव में नागौर सीट पर बीजेपी ने आरएलपी के साथ गठबंधन कर चुनाव जीता था। लेकिन इस बार आरएलपी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है।
4. चुरू-
बीजेपी ने चुरू सीट से इस बार राहुल कस्वां का टिकट काट कर देवेंद्र झांझड़िया को प्रत्याशी बनाया है। चुरू से टिकट कटने के बाद से कस्वां बागी हो गए हैं। बीजेपी से बागी होने के बाद कस्वां कांग्रेस के टिकट पर चुरू से चुनावी मैदान में उतर गए हैं। कस्वां ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि उनका टिकट राजस्थान विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के कारण काटा गया है। बीजेपी ने चुरू में सियासी खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी की रैली भी आयोजित करवाई है।