नारी वंदन और लिपस्टिक: संसद में दिखेंगी लिपस्टिक और बॉबकट बाल वाली महिलाएं, नारी वंदन बिल पर 'लालू' के नेता के बिगड़े बोल, 'इंडिया' के इस दल ने किया किनारा

  • महिला आरक्षण पर आरजेडी नेता के विवादित बयान से गरमाई सियासत
  • आरजेडी ने किया समर्थन
  • जेडीयू ने किया किनारा
  • बीजेपी हुई हमलावर

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-30 11:07 GMT

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में आरजेडी के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी महिला आरक्षण बिल पर दिए अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। मुजफ्फरपुर में जागरूकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अब्दुल बारी ने कहा, 'महिला आरक्षण में अति पिछड़ा, पिछड़ा, दूसरे का भी कोटा तय कर दीजिए तब तो ठीक है, वरना महिला के नाम पर पाउडर, लिपस्टिक और बॉब कट वाली औरत चली आएंगी नौकरी में तो आपकी महिलाओं को हक मिलेगा?'

उन्होंने अपने संबोधन में कहा, देश की महिलाओं को आरक्षण जाति के आधार पर मिलना चाहिए। इसके साथ ही आरजेडी नेता ने सम्मेलन में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले साल होने वाले आम चुनावों में टीवी चैनल और सोशल मीडिया से दूर रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा, 'टीवी और सोशल मीडिया से दूर रहें इसके चक्कर में पढ़िएगा तो न आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी न राज पाठ बढ़ेगा। इसलिए कसम खाए और कम से कम लोक सभा चुनाव तक नही देखें। जितने भी समाजवादी है वो कसम खाएं की कम से कम लोकसभा चुनाव तक टीवी का बहिष्कार करेंगे। इससे आपका खाना नहीं बंद हो जाएगा। इस सम्मेलन में आपको यह संकल्प लेना होगा वर्ना इस संकल्प का कोई मतलब नहीं है। संकल्प लीजिए की हम अपने पुरखों के अपमान को याद रखेंगे। हम अपने बच्चों को पढ़ाएंगे और अपनी हिस्सेदारी के लिए लड़ेंगे। हम लोहिया के बताए हुए रास्ते पर चलेंगे।'

विवाद बढ़ने पर दी सफाई

अपने लिपिस्टक और बॉबकट वाले बयान पर विवाद बढ़ता देख अब्दुल बारी सिद्दीकी ने सफाई देते हुए कहा कि, उनका मकसद ग्रामीण दर्शकों को आसान तरीके से बिल के बारे में जानकारी देना था। जिस वजह से उन्होंने यह बात एक उदाहरण के तौर पर की थी, उनका मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं था। उन्होंने कहा, 'आरजेडी के अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ की एक रैली थी, उसमें गांव की सैकड़ों महिलाएं आई थी। हमने उन्हें समझाने के लिए इस भाषा का इस्तेमाल किया था। हमारा मकसद किसी को आहत करने का नहीं था। अगर कोई हमारी भाषा से आहत हुआ है तो हम खेद व्यक्त करते हैं।'

वहीं अब्दुल बारी के इस बयान का उनकी पार्टी ने भी समर्थन किया है। पार्टी के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि, सिद्दीकी ने कार्यकर्ताओं को अपनी बात ठीक तरीके से समझाने के लिए एक उदाहरण दिया था, जिसकी पृष्ठभूमि काफी हद तक ग्रामीण है।

जेडीयू का किनारा, बीजेपी ने की आलोचना

सिद्दीकी के बयान पर बिहार में उनकी सहयोगी पार्टी जेडीयू ने किनारा कर लिया है। जेडीयू एमएलसी खालिद अनवर ने कहा, 'अब्दुल बारी सिद्दीकी ने जो बयान दिया जेडीयू कभी उसका समर्थन नहीं कर सकता। हमारे नेता नीतीश कुमार महिलाओं का सम्मान करते हैं। हमारा यह मानना है कि महिलाओं को यह अधिकार है कि वह लिपस्टिक लगाएं या ना लगाएं, बाल कैसे कटवाएं। अब्दुल बारी सिद्दीकी एक पुराने सोशलिस्ट नेता है। महिला आरक्षण बिल पर पिछड़े वर्ग की महिलाओं के मामले में हमने भी मांग की थी।'

वहीं सिद्दीकी के बयान को लेकर बीजेपी ने उन पर जमकर हमला बोला है। बीजेपी विधायक जनक सिंह और श्रेयसी सिंह ने उनके शब्दों के चयन की अलोचना की है। जनक सिंह ने तो सिद्दीकी पर कोर्ट केस करने तक की धमकी दी है।

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अब्दुल बारी सिद्दीकी के कथित बयान पर कहा कि, "कांग्रेस पार्टी इसी समाजवादी, आरजेडी और जेडीयू के डर से जो इस प्रकार के वक्तव्य देते हैं कि बॉब कट और लिपस्टिक वाली महिलाएं आ जाएंगी, उनके समर्थन को प्राप्त करने के चक्कर में आपने महिलाओं को उनका अधिकार नहीं दिलाया।" 

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