सियासी पिच पर ओबीसी: राजस्थान की सियासत पर ओबीसी आरक्षण और जनगणना फैक्टर
- राजस्थान में विधानसभा चुनाव
- ओबीसी वोटर्स को साधने का सियासी दांव
- गांधी ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर साधा निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुछ महीने बाद राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। बीते दिन राजस्थान की राजधानी जयपुर में कांग्रेस के दिग्गज जुटे हुए थे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने चुनावों के चलते कई वादों के कसीदे गढ़े थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने ओबीसी वोटर्स को साधने का सियासी दांव चला। गांधी ने ओबीसी जनगणना की मांग की। हालांकि गांधी से पहले सीएम गहलोत ने राजस्थान में ओबीसी के आरक्षण को 21% से बढ़ाकर 27% करने और मूल ओबीसी के लिए अलग से 6 प्रतिशत का आरक्षण करने की घोषणा की थी। इन घोषणाओं से ये बात तो साफ है कि सियासी पिच पर ओबीसी वर्ग का वोट अहम भूमिका में है।
ओबीसी वोटर्स को साधने के लिए राहुल गांधी ने कहा केंद्रीय सचिव के 90 अफसरों में से ओबीसी के केवल तीन अफसर है, उनके हाथ में भी कोई पॉवर नहीं है। आपको बता दें गांधी ने ये सवाल सदन में उठाया था। गांधी ने सदन में सवाल में उठाते हुए ओबीसी जनगणना की मांग की, ताकि ओबीसी के वास्तविक संख्या का पता लग जाएगी। गांधी ने कहा कि अब सवाल ये है कि केंद्र सरकार सही आंकड़े का पता लगाने के लिए कास्ट सेंसस क्यों नहीं करवाती।