पीएम मोदी के संबोधन पर राहुल गांधी बोले- किसानों की बात सुनो, कृषि विरोधी क़ानून वापस लो

पीएम मोदी के संबोधन पर राहुल गांधी बोले- किसानों की बात सुनो, कृषि विरोधी क़ानून वापस लो

Bhaskar Hindi
Update: 2020-12-18 12:20 GMT
पीएम मोदी के संबोधन पर राहुल गांधी बोले- किसानों की बात सुनो, कृषि विरोधी क़ानून वापस लो

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन का आज 23वां दिन है। आज एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर बात की। मध्य प्रदेश के हजारों किसानों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधा, साथ ही नए कानूनों के लाभ गिनाए। पीएम के संबोधन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने निशाना साधा है। राहुल ने ट्वीट कर कहा, आदत के अनुसार मोदी जी ने आज फिर असत्याग्रह किया। किसानों की बात सुनो, कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाल ने भी पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार अब ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ से भी बड़ी व्यापारी बन गई है। मोदी सरकार किसान से छल-कपट-ढोंग-प्रपंच बंद करे! सत्ता सम्हालते ही मोदी सरकार पूंजीपतियों पर सारे सरकारी संसाधन वार कर किसानों को दरकिनार करती रही है। सुरजेवाले ने कहा, हिमालय की चोटी से ऊंचे अहंकार में डूबी मोदी सरकार के हाथ चौबीस अन्नदाताओं के खून से सने हैं, जो 21 दिन से लाखों की संख्या में देश की राजधानी दिल्ली के चारों और न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

सुरजेवाला ने कहा, प्रधानमंत्री जी, तीन खेती विरोधी काले कानूनों की दीवारों की दरार को सरकारी दुष्प्रचार और झूठे इश्तेहारों से ढंकना चाहते हैं। ऐसा नहीं है कि भाजपा सरकार ने इन काले कानूनों के क्रूर प्रहार से पहली बार किसानों पर वार किया है। सत्ता सम्हालते ही मोदी सरकार ने पूंजीपतियों पर सारे सरकार संसाधन वार कर किसानों को दरकिनार करती रही है। सुरजेवाला ने कहा, तीनों काले कानूनों के दुष्परिणाम मध्य प्रदेश की मंडियों से ही आने लगे हैं।

मध्य प्रदेश में 269 सरकारी कृषि उपज मंडिया हैं जिसमें से कानून आने के बाद 47 मंडिया तो पूरी तरह बंद हो गई हैं जहां एक पैसे का कारोबार नहीं हुआ और 143 मंडिया ऐसी हैं जहां  का कारोबार 50 प्रतिशत तक कम हो गया है। इतना ही नहीं, 1850 रुपए समर्थन मूल्य का मक्का मध्य प्रदेश में 810 रुपए और बिहार में 900 रुपए मात्र में बिका। वहं किसान मजदूर संघर्ष समिति, पंजाब के दयाल सिंह ने कहा, "पीएम को किसानों से बात करनी चाहिए और कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए। हम इन कानूनों के खिलाफ अपनी लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।"

 

 

 

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