राहुल गांधी की तरह ही राजस्थान सीएम अशोक गहलोत पर भी मंडरा रहे कानूनी संकट के बादल
मानहानि राहुल गांधी की तरह ही राजस्थान सीएम अशोक गहलोत पर भी मंडरा रहे कानूनी संकट के बादल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते कल एक आपराधिक मानहानि मामले में अपनी लोकसभा सदस्यता खो दी, सूरत कोर्ट से दो साल की मिली सजा के बाद राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा सचिवालय ने ये फैसला लिया। राहुल गांधी के बाद अब मानहानि के ही एक मामले में राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मुश्किलें बढ़ सकती है।
आपको बता दें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने सीएम गहलोत के खिलाफ एक आपराधिक मानहानि की शिकायत की जांच करने के निर्देश दिए है। कोर्ट ने ये निर्देश केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कीओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि की शिकायत में दिल्ली पुलिस को दिए हैं। कोर्ट ने दिल्ली पुलिस आयुक्त को 25 अप्रैल 2023 तक जांच रिपोर्ट दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि ये जांच राजस्थान पुलिस को न देते हुए दिल्ली पुलिस को सौंपी है। इसके पीछे कोर्ट का कहना है कि विधायी शासनादेश और तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए भले ही अभियुक्त इस अदालत के स्थानीय अधिकार क्षेत्र से बाहर का है,और अदालत मामले की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस के माध्यम से मामले की जांच का निर्देश देती है।
अदालत ने जांच रिपोर्ट में तीन बिंदुओं का पता लगाने को कहा है, जिनमें क्या शिकायतकर्ता शेखावत को आरोपी गहलोत द्वारा संजीवनी घोटाले में आरोपी के रूप में संबोधित किया गया था, क्या गहलोत ने कहा कि संजीवनी घोटाले में शेखावत के खिलाफ आरोप साबित हुए हैं और क्या शेखावत या उनके परिवार के सदस्यों को घोटाले की जांच में आरोपी के रूप में रखा गया है - निर्धारित किया जाता है।
आपको बता दें केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी घोटाले के संबंध में उनके खिलाफ दिए गए अपमानजनक बयान को लेकर गहलोत के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया था। शेखावत का कहना है कि गहलोत ने तथाकथित घोटाले में मेरा और मेरे परिवार का नाम उछाला जबकि मामले से संबंधित किसी भी जांच में मेरा और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का नाम नहीं है। इसी को मुद्दा बनाकर शेखावत ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत आपराधिक मानहानि के लिए गहलोत के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की है।
आपको बता दें शेखावत द्वारा गहलोत पर लगाए गए आरोप यदि सही पाए जाते है तो ये बात तय है कि आने वाले समय में राहुल गांधी की तरह ही गहलोत पर भी कानूनी संकट के बादल मंडरा सकते है।