कांग्रेस के लिए फिर छलका गुलाम नबी आजाद का दर्द, बोले- गुजरात व हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस करे बेहतर प्रदर्शन
विधानसभा चुनाव- 2022 कांग्रेस के लिए फिर छलका गुलाम नबी आजाद का दर्द, बोले- गुजरात व हिमाचल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस करे बेहतर प्रदर्शन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में इन दिनों गुजरात व हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की चर्चा तेज है। सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरी ताकत के साथ जुटे हैं। बीजेपी इन दोनों राज्यों में सत्ता में वापसी के लिए दम लगा रही है तो वहीं कांग्रेस व आम आदमी पार्टी भी बीजेपी से कुर्सी हथियाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं। इन सभी के बीच कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद का एक बार फिर कांग्रेस प्रेम झलका है। गुलाम नबी ने गुजरात व हिमाचल चुनाव में कांग्रेस के अच्छा प्रदर्शन करने की कामना की है। गुलाम नबी के इस बयान के बाद देश की सियासत में दोबारा गरमी बढ़ गई है।
गुलाम नबी आजाद ने कही ये बात
कांग्रेस पार्टी से कुछ माह पहले ही गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफा दिया था और अपनी एक अलग पार्टी बना ली है। गुलाम नबी का ये बयान कांग्रेस प्रेम को लेकर देखा जा रहा है क्योंकि आजाद कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार रहे हैं। गुलाम नबी ने कहा कि मैं भले ही कांग्रेस से अलग हूं लेकिन उसके धर्मनिरपेक्षता की नीति के खिलाफ नहीं था। इसका कारण केवल पार्टी का सिस्टम कमजोर होना था। मैं अब भी चाहता हूं कि कांग्रेस गुजरात व हिमाचल चुनाव में जबरदस्त प्रदर्शन करे।
गुलाम नबी ने इस दौरान आम आदमी पार्टी पर हमला बोला और कहा कि केजरीवाल की पार्टी केवल दिल्ली तक ही सीमित है। पंजाब को भी कुशलता से नहीं चला पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही है जो बीजेपी को गुजरात व हिमाचल प्रदेश चुनाव में कड़ी टक्कर दे सकती है क्योंकि उसकी एक समावेशी नीति है। गुलाम नबी आजाद के इस बयान के बाद अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।
कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
कांग्रेस के 73 वर्षीय पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद बीते 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लंबा-चौड़ा इस्तीफा लिखकर भेजा था और राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था। गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस के जी-23 नेताओं में शामिल थे। जो पार्टी के अंदर लगातार परिवर्तन की मांग कर रहे थे। उनके पार्टी छोड़ने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने भी उन्हें बड़ा ऑफर दिया था। साथ ही कांग्रेस की आलोचना की थी, लेकिन उन्होंने ऑफर को ठुकराते हुए खुद की पार्टी का गठन किया।
गुलाम नबी ने इस नाम से पार्टी का गठन किया
कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से दामन छुड़ा अपनी खुद की डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी का गठन किया। इसके बाद में उन्होंने कहा कि पार्टी में धर्मनिरपेक्ष लोग ही शामिल होंगे। उन्होंने पार्टी के नामकरण के लिए जनता से सुझाव भी मांगे थे। साथ ही अपने समर्थकों के साथ भी पार्टी के नाम को लेकर मंथन किया और बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई पार्टी की घोषणा कर दी।