जब रुपया गिर रहा था, तो सरकार ने रोकने के बजाय आग में घी डालने का काम क्यों किया
गौरव बल्लभ जब रुपया गिर रहा था, तो सरकार ने रोकने के बजाय आग में घी डालने का काम क्यों किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नें आरबीआई के एक नोटिफिकेशन को लेकर कहा कि, 22 अगस्त के नोटिफिकेशन के अनुसार एक बिलियन डॉलर तक कोई भी भारत का व्यक्ति या कंपनी जिसने 3 साल तक उसका प्रॉफिट रहा हो, उस कंपनी में, तो वो भारतीय रुपए को डॉलर में कंवर्ट करा सकता है। इस नोटिफिकेशन का जवाब वित्तमंत्री और आरबीआई के गवर्नर दोनों को देना चाहिए।
हम सरकार से पूछना चाहते हैं कि जब रुपया गिर रहा था, तो आपने गिरने को रोकने के बजाय उस आग में घी डालने का काम क्यों किया? हम मांग कर रहे हैं कि उन लोगों की लिस्ट जारी करे, जिन लोगों को इस नोटिफिकेशन का फायदा मिला है।
कांग्रेस वरिष्ठ नेता गौरव वल्लभ ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर सरकार पर रुपये को लेकर हमला बोला उन्होंने आरबीआई से पूछा कि, आरबीआई ने अगस्त 22 को 8,100 करोड़ रुपये की कुल सीमा के साथ कैपिटल कनवरटिबिलिटी की अनुमति क्यों दी? इस अनुमति से कौन लाभान्वित हुआ? वहीं इसने लगातार गिरते रुपए को और गिराने का काम किया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, सरकार रुपये को गिराने में लगी हुई है। जब रुपया गिर रहा था, तो हमें लगा कि रुपए को डॉलर की जो मार्केट में डिमांड है, जो उसको सप्लाई से क्रश किया जाएगा, उसको रोका जाएगा, पर सरकार ने उल्टा किया।
देश आपसे ये सवाल पूछ रहा है और जब रुपया दिन ब दिन गिर रहा था, उस समय इस नोटिफिकेशन का, इस कैपिटल अकाउंट कंवर्टेबिलिटी का क्या आशय है, इसका क्या रीजन है, निर्मला सीतारमण जी, और प्रधानमंत्री जी, जवाब दीजिए।
एमएसके/एएनएम
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