Mumbai News: महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर मैदान में 4140 प्रत्याशी, जरांगे-पाटील का हटने का ऐलान

  • मुंबई की 36 सीटों पर 420 उम्मीदवारों में मुकाबला
  • नामांकन वापसी के बाद तस्वीर हुई साफ

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-04 16:27 GMT

Mumbai News : साल 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में 288 सीटों पर 4140 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। इस चुनाव में 7078 प्रत्याशियों के नामांकन वैध पाए गए थे। जिसमें से 2938 प्रत्याशियों ने नामांकन पर्चा वापस ले लिया है। सोमवार को नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन था। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 3237 उम्मीदवार उतरे थे। इस चुनाव में मुंबई की 36 सीटों पर कुल 420 प्रत्याशी उतरे हैं। इसमें मुंबई शहर की 10 सीटों पर 105 प्रत्याशी और मुंबई उपनगर की 26 सीटों पर 315 प्रत्याशियों का समावेश है। नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन सत्तारूढ़ महायुति और विपक्ष के गठबंधन महाविकास आघाड़ी को बागी उम्मीदवारों से नामांकन वापस करवाने को लेकर काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके बावजूद कई सीटों पर बागी उम्मीदवारों ने नामांकन वापस नहीं लिया। राकांपा (अजित) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल के भतीजे समीर भुजबल नाशिक की नांदगाव सीट पर डटे हुए हैं। समीर ने शिवसेना (शिंदे) के प्रत्याशी के खिलाफ सुहास कांदे के खिलाफ नामांकन वापस नहीं लिया है। प्रदेश के आदिवासी विकास मंत्री विजय कुमार गावित की बेटी हिना गावित की शिवसेना (शिंदे) के उम्मीदवार आमश्या पाडवी की अक्कलकुवा सीट पर बगावत कायम है। कोल्हापुर उत्तर सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी मधुरिमा राजे के आखिरी समय पर पर्चा वापस लेने के कारण पार्टी की फजीहत हुई है। अहमदनगर की श्रीगोंदा सीट पर भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार प्रतिभा पाचपुते ने मैदान छोड़ दिया है। प्रतिभा ने अपने बेटे तथा निर्दलीय प्रत्याशी विक्रम पाचपुते को समर्थन दिया है। बीड सीट पर राकांपा (शरद) की बागी ज्योति मेटे ने उम्मीदवारी कायम रखी है। वहीं बुलढाणा सीट से भाजपा के बागी विजयराज शिंदे ने पर्चा वापस ले लिया है। विधानसभा चुनाव के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। महायुति में लगभग 95 प्रतिशत बागी उम्मीदवारों ने नामांकन वापस ले लिया है। बचे हुए बागी प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उचित फैसला लिया जाएगा। महायुति में अधिकृत उम्मीदवारों के ही तीनों दलों का समर्थन रहेगा। महाविकास आघाडी एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी। इस चुनाव में आदेश देने के बावजूद यदि किसी बागी ने पर्चा वापस नहीं लिया होगा तो पार्टियों को उनके खिलाफ मजबूरन अनुशासनात्मक कार्रवाई करनी पड़ेगी।

गोपाल शेट्टी हटे, सरवणकर डटे

मुंबई की बोरीवली सीट से चुनाव मैदान में निर्दलीयप्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने वाले भाजपा के बागी गोपाल शेट्टी ने सोमवार को आखिरकार अपना नामांकन वापस ले लिया। रविवार और सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेताओं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विनोद तावड़े और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गोपाल शेट्टी से मुलाकात कर उनसे पार्टी हित में फैसला लेने की अपील की थी। शेट्टी ने नामांकन वापस लेने पर कहा कि पिछले कुछ दिनों में मेरी नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, विनोद तावड़े और देवेंद्र फडणवीस से बात हुई। आखिरकार पार्टी हित को देखते हुए मैंने अपना नामांकन वापस ले लिया।

उधर शिवसेना (शिंदे) विधायक और माहिम विधानसभा सीट से शिवसेना(शिंदे) के उम्मीदवार सदा सरवणकर चुनाव मैदान में बने हुए हैं। सरवणकर ने नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश पर मैं मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के घर मिलने गया था। लेकिन राज ठाकरे के मिलने से इंकार करने के कारण दिया नामांकन वापस लेने पर कोई चर्चा नहीं हो पाई। सरवणकर ने इस पर खेद व्यक्त किया। जिसके बाद सरवणकर ने इस सीट से नामांकन वापस नहीं लिया। इस सीट पर अब शिवसेना(शिंदे), शिवसेना(उद्धव) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के उम्मीदवार के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। इस सीट पर मनसे से इस बार चुनाव मैदान में राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे हैं।

मलिक ने नहीं छोड़ा मैदान

भाजपा और शिवसेना (शिंदे) के विरोध के बावजूद मुंबई की मानखुर्द-शिवाजीनगर सीट पर राकांपा (अजित) के प्रत्याशी नवाब मलिक मैदान में बने हुए हैं। भायखला सीट पर कांग्रेस के बागी मधुकर चव्हाण ने पर्चा वापस लिया है। मुलुंड सीट पर राकांपा (शरद) की अधिकृत प्रत्याशी संगीता वाजे ने नामांकन वापस ले लिया है। इससे मुलुंड सीट पर कांग्रेस से पर्चा दाखिल करने वाले राकेश शेट्टी चुनाव मैदान में होंगे।

जरांगे-पाटील का विधानसभा चुनाव से हटने का ऐलान

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। कुछ दिनों पहले मराठा नेता मनोज जरांगे-पाटील ने विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। लेकिन मराठा समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर अब उन्होंने इस विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला किया है। जरांगे-पाटील इस चुनाव में 20-25 मराठा उम्मीदवार उतारने वाले थे। जरांगे-पाटील के लोगों ने नामांकन भी दाखिल कर दिए थे लेकिन नामांकन वापसी के आखिरी दिन उन्होंने अपने प्रत्याशियों से पर्चा वापस लेने कोकह दिया। उन्होंने कहा कि मराठा समाज इस चुनाव में महाविकास आघाडी और महायुति में से किसी भी गठबंधन का समर्थन नहीं करेगा। जरांगे-पाटील के चुनाव नहीं लड़ने से महाआघाडी और महायुति के नेताओं ने राहत की सांस ली है।

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