सम्राट अशोक के शिलालेख को मुक्त कराने के लिए डॉ जायसवाल ने लिखा नीतीश को पत्र
बिहार सम्राट अशोक के शिलालेख को मुक्त कराने के लिए डॉ जायसवाल ने लिखा नीतीश को पत्र
डिजिटल डेस्क, पटना। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार इकाई के अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखकर रोहतास जिले के चंदन पहाड़ी पर स्थित सम्राट अशोक के शिलालेख को मजार बना दिए जाने की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए शिलालेख को अतिक्रमणमुक्त कराने की मांग की है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में कहा है कि मीडिया में आई एक खबर के मुताबिक, सम्राट अशोक का यह शिलालेख सासाराम जिला के चंदन पहाड़ी पर अवस्थित है तथा बिहार के इस गौरवमयी शिलालेख को हरा कपड़े से ढक कर मजार बना दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग द्वारा बतलाया गया है कि इस प्रकार के शिलालेख मात्र आठ हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अनुरोध पर सम्राट अशोक के शिलालेख के आस-पास अतिक्रमण को हटाने के लिए वर्ष 2008, 2012 और 2018 में तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देशित भी किया गया था। इसके अलावा मरकजी मोहर्रम कमिटी से मजार की चाभी तत्कालीन प्रशासन को सौंपने का निर्देश भी दिया गया था, लेकिन कमिटी ने आदेश नहीं माना।
पत्र में कहा गया है कि शिलालेख पर हरी चादर ओढ़ाकर किन्ही सुफी संत का मजार घोषित कर दिया गया है। पत्र के अंत में बेतिया सांसद ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस अतिसंवेदनशील विषय पर त्वरित संज्ञान लेते हुए बिहार के सम्राट अशोक के शिलालेख को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए, जिससे पर्यटक के साथ-साथ बौद्ध धर्मावलंबियों को आने-जाने का अवसर मिल सके।
इस मामले में पत्रकारों से चर्चा करते हुए डा जायसवाल ने कहा कि जदयू के जो लोग सम्राट अशोक के हितैषी होने का दावा करते थे, वे भी आज चुप हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि विधान परिषद में विपक्ष के नेता और विधान पार्षद सम्राट चौधरी ऐतिहासिक शिलालेख को मुक्त कराने के लिए सासाराम जाकर धरने पर बैठने वाले हैं।
(आईएएनएस)
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