शीतकालीन सत्र: सदन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लिखित में जवाब देते हुए कहा, ईवीएम इलेक्ट्रॉनिक रूप से संरक्षित

  • निर्वाचन आयोग के मुताबिक ईवीएम एक स्टैंडअलोन मशीन
  • SC और कई HC में करीब 42 याचिका दायर
  • विपक्षी सांसदों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-11-29 14:07 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली।  केंद्र की एनडीए सरकार ने आज शुक्रवार को निम्न सदन में इसकी जानकारी दी। इस मामले को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने निर्वाचन आयोग के मुताबिक ईवीएम एक स्टैंडअलोन मशीन है। इसमें कोई रेडियो फ्रीक्वेंसी संचार क्षमता नहीं है।

मेघवाल ने बताया कि ईसी ने ईवीएम के भंडारण और ट्रांसपोर्टेशन के दौरान कड़ी सुरक्षा प्रोटोकॉल और सुरक्षित प्रशासनिक प्रक्रियाएं अपनाई जाती हैं। इसमें   गैर-चुनाव अवधि में मतगणना स्थल ले जाने के लिए ईवीएम गोदाम या स्ट्रांग रूम की वीडियोग्राफी की जाती है। ईवीएम को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की मौजूदगी में खोला और बंद जाता है।

केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने आगे कहा ईवीएम वायरलेस, ब्लूटूथ और वाई-फाई  से संचार नहीं कर सकती है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने लिखित में जवाब देते हुए कहा, किसी भी धांधली को रोकने के लिए मशीन इलेक्ट्रॉनिक रूप से संरक्षित है। इसमें कई तकनीकी सुरक्षा विशेषताएं शामिल हैं।

 केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने आगे बताया कि उच्चतम न्यायालय और कई उच्च न्यायालयों में ईवीएम छेड़छाड़ संबंधी मामले में करीब 42 पिटीशन दायर है। आपको बता दें हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से कांग्रेस ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस ने दावा किया था कि ईवीएम की बैटरी में अलग-अलग चार्जिंग लेवल से अलग-अलग नतीजे आते हैं। ईसी ने इसको खारिज करते हुए  कहा कि कांग्रेस केवल संदेह का धुंआ उठा रही है।

 

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