सीएम फेस पर सस्पेंस बरकरार: शिंदे माने फिर भी क्यों अटक रहा सीएम फेस पर पेंच? सीएम, मंत्रिमंडल या केंद्र में न्योते पर टली महायुति की बैठक
- शिंदे को नहीं नई सरकार आने से परेशानी
- महायुति की बैठक फिर टली
- मंत्रिमंडल पर अटक रहा पेंच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे आए हुए अब तक करीब 6 दिन बीत चुके हैं। लेकिन सरकार का गठन अब तक नहीं हुआ है। अब तक सरकार की कोई रूपरेखा भी तय नहीं हुई है। पूर्ण रूप से बहुमत मिलने के बाद भी महायुति ने अब तक विधायक दल के नेता का चुनाव नहीं किया है। वहीं, दूसरी तरफ महाराष्ट्र के साथ झारखंड चुनाव के नतीजे भी आए थे, जिसमें हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार बना ली है।
शिंदे को नहीं कोई आपत्ति
शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये पक्का कर दिया था कि, उनको सीएम पद छोड़ने में कोई आपत्ति नहीं है। उनका कहना है कि, नई सरकार बनने से उनको कोई भी आपत्ति नहीं है और उनके मन में भी सीएम पद के लिए कोई लालसा नहीं है। साथ ही उन्होंने बताया कि, महायुति और एनडीए के प्रमुख मिलकर जो भी निर्णय लेंगे वो ही उन्हें मान्य होगा। लेकिन ऐसे में सवाल ये खड़ा हो रहा है कि जब शिंदे को भी नई सरकार बनने में कोई आपत्ति नहीं है तो, आखिर महाराष्ट्र में नई सरकार बनने में क्यों देरी हो रही है।
कल हुई थी अमित शाह के साथ बैठक
कल यानी 28 नवंबर को अमित शाह के घर में करीब दो घंटे तक महायुति नेताओं की बैठक चली। बैठक के बाद कोई ठोस नतीजा सामने नहीं आया था। इसके बाद आज फिर बातचीत होनी थी, लेकिन आज की बैठक फिर टल गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, शिंदे सतारा जिले में स्थित अपने गांव के लिए आज रवाना हो गए हैं और उनके कल आने की खबर सामने आ रही है। कल भी हुई बैठक में किसी भी नतीजे तक तीनों नेता नहीं पहुंचे हैं।
कहां अटक रहा मामला?
सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिमंडल के अहम विभागों को लेकर इतनी चर्चा चल सकती है। अभी तय होना बाकी है कि कौन सीएम मंत्रिमंडल में क्या भूमिका निभाएगा। मिली जानकारी के अनुसार, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के खाते में तीन बड़े और 12 कैबिनेट सीटें आ सकती हैं। वहीं, दूसरी तरफ, अजित पवार वाली एनसीपी को बीजेपी 9 कैबिनेट सीटें दे सकती है। फिलहाल इससे जुड़ा कोई भी आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
संजय शिरसाट का बयान आया सामने
शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने बयान देते हुए कहा है कि, एकनाथ शिंदे अगर किसी कारण के चलते डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करते हैं तो ये पद उनकी पार्टी के किसी और नेता को दिया जा सकता है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि एकनाथ शिंदे कल तक अपना जवाब दे देंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि, वे निश्चित ही रूप से केंद्र सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे।
विधायक दल की बैठक में देरी
महायुति में बीजेपी को सीएम पद मिलने के बाद ये सवाल उठता है कि विधायक दल के नेता के चुनाव में क्यों देरी हो रही है। जिस पर बीजेपी की तरफ से अब तक कोई भी आधिकारिक रूप से घोषणा नहीं हो रही है।