मध्यप्रदेश में भाजपा की मजबूरी, ब्राह्मण और कथा वाचकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रीतम सिंह लोधी की घर वापसी की संभावनाएं बढ़ीं!
विधानसभा चुनाव 2023 मध्यप्रदेश में भाजपा की मजबूरी, ब्राह्मण और कथा वाचकों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रीतम सिंह लोधी की घर वापसी की संभावनाएं बढ़ीं!
डिजिटल डेस्क, भोपाल। ब्राह्मणों और कथावाचकों पर विवादित बयान देकर भाजपा से निष्कासित प्रीतम सिंह लोधी की एक बार फिर बीजेपी में वापसी हो सकती है। आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए लोधी का कमबैक होना चुनावी राजनीति में टर्निंग पॉइंट हो सकता है। बीजेपी ने चुनावों को देखते हुए पार्टी से रूठे और नाराज चल रहे नेताओं को मनाने के साथ घर वापसी की कवायद शुरू कर दी है। 3 मार्च को पिछोर में आयोजित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में प्रीतम सिंह लोधी की घर वापसी होने की उम्मीद है।
प्रीतम ने एक निजी न्यूज से बात करते हुए दावा किया है कि पिछले 15 दिनों में बीजेपी के कई दिग्गज नेता उन्हें वापसी का न्योता दे चुके हैं। आपको बता दें इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को मनाने खुद शिवराज सिंह चौहान पहुंचे। अब उमा भारती के करीबी प्रीतम को मनाने के लिए बीजेपी पूरी कोशिश में जुट गई है।
पिछोर की जनता तय करेगी लोधी का भविष्य
आपको बता दें बीते साल अगस्त माह में प्रीतम सिंह लोधी ने ब्राह्मणों और कथावाचकों पर विवादित बयान दिया था। ब्राह्मण नेताओं के भारी विरोध के दबाव में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने लोधी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। और कुछ दिन बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। लेकिन अब चुनावी तपिश में लोधी की बीजेपी में वापसी की खबरें सुर्खियों में छा रही है। हालांकि प्रीतम सिंह लोधी ने बीजेपी में वापसी को पिछोर की जनता पर छोड़ दिया है। लोधी का कहना है कि मैंने बीजेपी नेताओं से कह दिया है कि आप पिछोर की जनता से बात करो, क्योंकि मेरे राजनीतिक फैसले का निर्णय पिछोर की जनता तय करेगी। मैंने सब कुछ पिछोर की जनता पर छोड़ दिया है।
लोधी बीजेपी की जरूरत क्यों?
आपको बता दें मध्यप्रदेश में लोधी समुदाय बीजेपी का मजबूत वोट बैंक रहा है। लोधी समुदाय करीब 50 से अधिक सीटों को प्रभावित करता है। उमाभारती और प्रीतम सिंह लोधी इस समुदाय के प्रचलित नेता माना जाता है। प्रीतम सिंह बीजेपी से नाराज चल रहे हैं, कई मौकों पर प्रीतम सिंह लोधी ने खुले मंच से लोधी समाज को बीजेपी से दूरी बनाए रखने की अपील की। वो सार्वजनिक रूप से बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं। लोधी के इस चैलेंज ने ही बीजेप की नींद उड़ा दी है। ऐसे में बीजेपी को नुकसान होने का अंदाजा है, इसकी भरपाई करने के लिए बीजेपी हर हाल में प्रीतम सिंह की घर वापसी करवाना चाहेगी।
लोधी का ब्राह्मण विरोधी बोल
17 अगस्त 2022 को दिए एक बयान में उन्होंने कहा था कि कथावाचक समेत पंडित आपको नवरात्रि के 9 दिन रोजाना 7-8 घंटे तक पागल बनाते हैं। कहते हैं कि अगर तुम दान करोगे तो भगवान तुमको देगा। महिलाएं इनकी बातों में आ जाती हैं और दूध, घी, दही अपने बच्चों को खिलाने की बजाय इन्हें दे देती हैं। ब्राह्मण 9 दिन तक आपको उल्लू बनाने और बातें करने के आपसे 25 से 50 हजार रुपए भी लेता है। इतना ही नहीं ये लोग सुंदर महिलाओं के घर चयन करते हैं। उनके घर जाकर कहते हैं, महाराज आज शाम का भोजन आपके यहीं करेंगे, लेकिन इनकी नजर कहीं और ही होती है। कथा के दौरान यह कहते हैं कि 20 से 30 साल की महिलाएं आगे बैठ जाओ। 30 से 45 साल की महिलाएं बीच में और बुजुर्ग महिलाएं पीछे बैठ जाओ। इसके बाद यह गाने गा-गाकर उन्हें नचवाते हैं और खुद ऊपर बैठे आनंद लेते हैं।
पार्टी से निकाला और दर्ज हुआ था केस दिया
लोधी के कथावाचक और ब्राह्मण विरोधी बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। जिसका ब्राह्मण समाज ने विरोध किया था। मामले के तूल पकड़ते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने प्रीतम लोधी को नोटिस जारी किया। ब्राम्हण नेताओं के विरोध के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया था। ब्राह्मणों के विरोध के विरोध के बाद प्रीतम सिंह लोधी को बीजेपी से निष्कासित कर दिया था।