विधानसभा चुनाव नतीजे 2023: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में BJP की जीत के पांच वो फैक्टर्स क्या रहे जिसे समझ नहीं पाई कांग्रेस
- तीन राज्यों में बीजेपी की प्रचंड जीत
- बीजेपी की जीत की मुख्य वजह क्या रही
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और राजस्थान में प्रचंड जीत हासिल की है और कांग्रेस के सपने को एक बार फिर से चूर-चूर किया है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना जताई जा रही थी लेकिन इसके ठीक उलट नतीजे आकर सभी सियासी पंड़ितों के गणित को फेल कर दिया। हालांकि, राजस्थान में पिछले 27 सालों से हर 5 साल में सरकार बदलने की रिवाज रही है जो इस बार भी कायम रहेगी। राजस्थान में भी बीजेपी ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की है और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के फिर से मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पर लगाम लगा दी है। लेकिन अब सवाल उठ रहा है कि तमाम तरह की सियासी गणितों को फेल करते हुए बीजेपी ने तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत कैसे हासिल कर ली। तो चलिए बताते हैं कि भाजपा ने किन मुद्दों पर ज्यादा फोकस किया और इन तीनों राज्यों की जनता को साधने के लिए जमीनी स्तर पर क्या-क्या किया।
पीएम मोदी की लोकप्रियता
बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता है। बीजेपी को पता है कि पीएम मोदी जिस मार्ग से गुजर जाएंगे या जिन क्षेत्र में उनकी सभा हो जाएगी वहां जीत की पूरी-पूरी गारंटी है। भाजपा ने पीएम मोदी का सही से इस्तेमाल किया और तीनों राज्यों में जबरदस्त प्रचार-प्रसार करवाया जिन्हें उनका फायदा भी मिला। खास कर मध्य प्रदेश की बात करें तो कहा जा रहा था कि इस राज्य में सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर लोगों में गुस्सा है। अगर राजनीतिक विश्लेषकों की बात मानें तो, फिर भी बीजेपी यहां जीतने में कामयाब रही और भाजपा को अब तक का सबसे बड़ा जनआदेश मिला है। बीजेपी की जीत का सबसे बड़ा कारण पीएम मोदी की लोकप्रियता ही मानी जा रही है।
महिला वोटर्स
बीजेपी की जीत की दूसरी गारंटी महिला वोटर्स मानी जा रही हैं। मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज ने लाड़ली बहना एवं लाड़ली लक्ष्मी योजना चला कर महिलाओं को अपने साथ जोड़ने का काम किया है। सियासी पंड़ितों के मुताबिक, एमपी में जीत का सबसे बड़ा कारण शिवराज सरकार द्वारा चलाए गए स्कीम्स हैं जिन्हें सत्ता में फिर से लाने का काम किया है। हालांकि, बीजेपी ने इस बार पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा था लेकिन विश्लेषकों की मानें तो सीएम शिवराज के कल्याणकारी योजनाओं को दरकिनार नहीं किया जा सकता है क्योंकि बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिलाने में इसने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है।
हिंदुत्व, विकास और कल्याणकारी योजनाएं
बीजेपी नेताओं का ऐसा मानना है कि हिंदुत्व कार्ड, विकास और जनता के लिए पार्टी की कल्याणकारी योजनाओं ने जमीनी स्तर पर शानदार काम किया है और कांग्रेस को शिकस्त देने में इन्होंने अहम रोल अदा की है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि पीएम मोदी को विकास के नेता के रूप में पेश करना, उनके कल्याणकारी उपायों को 'मोदी की गारंटी' के रूप में उजागर करना और चुनावी अभियान में यह कहना कि पार्टी ने हिंदू बहुमत के हितों को सबसे आगे रखा है। पार्टी के नेता ने आगे ये भी कहा कि, इन सभी ने पार्टी को अच्छे नतीजे हासिल करने में मदद की है। राजस्थान जैसे राज्य में बीजेपी के चुनावी पोस्टर्स में युवाओं के लिए रोजगार, बिजली, पानी और अच्छी कानून व्यवस्था प्रणाली का वादा करना, चुनाव में जीत हासिल करने में अहम भूमिका अदा की है।
बीजेपी की संगठनात्मक ताकत
तीन राज्यों में जीत का श्रेय बीजेपी की संगठनात्मक ताकत को जाता है। बीजेपी ने पूरी प्लानिंग के तहत बूथ स्तर पर अपने कार्यकर्ता लगाए और डोर टू डोर छोटे से बड़े नेता ने कैंपेन किया ताकि जनता को ये एहसास न हो की उनका कोई रखवाला नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा से बीजेपी कार्यकर्ता को मोटिवेट करते रहें हैं कि वो लोगों की मदद करें, अगर किसी क्षेत्र में किसी तरह का कोई समस्या हो तो बीजेपी के कार्यकर्ता उसे ठीक करें। बीजेपी की इस जीत पर मध्य प्रदेश के प्रभारी पी मुरलीधर राव ने कहा कि पिछले तीन सालों में पार्टी और सरकार के बीच कम्यूनिकेशन और को-ऑर्डिनेशन बढ़ाने का हमेशा प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि हमने कैडर को कभी निराश नहीं होने दिया।
तीनों राज्यों के नतीजे
मध्य प्रदेश (230 विधानसभा सीट)
बीजेपी- 163
कांग्रेस-66
राजस्थान
बीजेपी- 115
कांग्रेस-69
छत्तीसगढ़ (90 सीटें)
बीजेपी- 54
कांग्रेस- 35