प्रगति का पथ: मैं अपनी बनाई संसद में प्रवेश कर रहा हूं, जो मेरी अपनी है: भारतीय लोकतंत्र
- 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला
- 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन
- 19 सितंबर 2023 को प्रवेश
- 20 सितंबर से नियमित कार्यवाही शुरू
डिजिटल डेस्क, दिल्ली। आज भारत का लोकतंत्र चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है कि मैं आज अपनी बनाई संसद में प्रवेश करने जा रहा हूं। आज इंडिया ने 96 साल पुरानी लुटियंस बिल्डिंग को टाटा बाय-बाय कर दिया है। 75 सालों की यादों को संजोए पुरानी संसद आज अलविदा होने जा रही है। आज से भारत गर्व से कहेगा ये मेरी अपनी बनाई संसद है। नये संसद भवन में 2047 तक भारत को समृद्ध राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया जाएगा। आइए जानते है नए संसद भवन से जुड़े कुछ रोचक बातें।
नई संसद की नींव
पीएम मोदी ने बीते 10 दिसंबर 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी
28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ था।
तीन साल से कम समय में नया संसद भवन बनकर तैयार हुआ था।
नया संसद 64,500 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जो पुराने संसद भवन से करीब 17,000 वर्ग मीटर बड़ा है।
नया संसद त्रिकोणीय आकार का और चार मंजिला है।
नई संसद का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स ने किया , जो सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा था।
अनुमानित लागत 1200 करोड़ रुपये
सुबह 11 बजे पीएम मोदी और सांसद संसद के सेंट्रल हॉल पहुंचेंगे।
पीएम मोदी सेंट्रल हॉल से संविधान की कॉपी लेकर नए भवन तक पैदल जाएंगे। सभी सांसद पीएम मोदी के पीछ पीछे चलेंगे।
मौजूदा सांसदों में सबसे अधिक बार लोकसभा से निर्वाचित सांसद मेनका गांधी का भाषण
सबसे अधिक बार राज्यसभा से निर्वाचित सांसद डॉ मनमोहन सिंह का भाषण
दोनों सदनों को मिलाकर सबसे अधिक बार निर्वाचित सांसद शिबू सोरेन का भाषण
सांसदों को उपहार में संविधान की कॉपी, 75 रुपये का चांदी का सिक्का और नई संसद की टिकट वाली पुस्तिका के साथ कई उपहार दिए जाएंगे।
19 सितंबर 2023 मंगलवार दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर लोकसभा की कार्यवाही
2 बजकर 15 मिनट पर राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होगी
20 सितंबर यानी बुधवार से नए भवन में नियमित संसदीय कामकाज शुरू
नए संसद में संयुक्त बैठक में लोकसभा कक्ष में कुल 1280 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था
लोकसभा सदन को राष्ट्रीय पक्षी मोर की थीम पर तैयार किया गया है, जिसमें 888 सदस्यों की बैठने की व्यवस्था
राज्यसभा को राष्ट्रीय फूल कमल की थीम पर तैयार किया गया जिसमें राज्यसभा कक्ष में 384 सदस्य बैठने की व्यवस्था
नई संसद के कुछ रोचक तथ्य
संसद के नए भवन में छह प्रवेश द्वार
अश्व, गज और गरुड़ गेट द्वार से उपराष्ट्रपति, स्पीकर और प्रधानमंत्री का आगमन-निर्गमन
मकर गेट, शार्दूल गेट और हंस गेट का इस्तेमाल सांसदों और पब्लिक का आगमन-निर्गमन
नए संसद भवन का डिजाइन गुजरात बेस्ड एक आर्किटेक्चर फर्म HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड
बिल्डिंग के मुख्य आर्किटेक्ट विमल पटेल
विश्वनाथ धाम काशी विश्वनाथ मंदिर, गुजरात हाईकोर्ट बिल्डिंग, आईआईएम अहमदाबाद कैंपस, टाटा सीजीपीएल टाउनशिप, साबरमती रिवरफ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट और पंडित दीनदयाल पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी सहित कई बड़ी बिल्डिंग्स डिजाइन की हैं।
पोशाक
नौकरशाहों को बंद गला सूट की जगह मैजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरू जैकेट पहननी होगी। उनके लिए तय की गई कमीज पर पुष्प का डिजाइन छपा होगा।
कर्मचारी खाकी रंग की पैंट पहनेंगे।
संसद के दोनों सदनों में मार्शल की नई पोशाक में अब मणिपुरी पगड़ी शामिल होगी।
संसद के सुरक्षा कर्मचारी नीले सफारी सूट के बजाय सेना की वर्दी जैसी पोशाक में नजर आएंगे।