लोकसभा चुनाव 2024: अमेठी-रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस राहुल और प्रियंका को चुनावी मैदान में उतार सकती है
- सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने से रायबरेली सीट पर संशय
- राहुल की टीम का अमेठी में कैंप शुरू
- पिछले चुनाव में अमेठी से राहुल गांधी को मिली थी हार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 26 अप्रैल शुक्रवार को दूसरे चरण के लिए मतदान होना है। साथ ही 26 अप्रैल को उत्तर प्रदेश की दो हाई प्रोफाइल सीटों रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट पर नामांकन प्रकिया शुरु होनी है।इन दोनों सीटों पर सभी की नजरें टिकी है। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वायनाड सीट पर भी वोटिंग है, जहां से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे है।
सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अमेठी और रायबरेली सीटों से कांग्रेस से उम्मीदवार हो सकते है। इसकी पूरी संभावना है कि दोनों सीटों पर 30 अप्रैल से पहले औपचारिक घोषणा नहीं की जाएगी। हालांकि अभी कांग्रेस आलाकमान इन दोनों सीटों पर चुप्पी साधे हुए है।कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम ना लिखने की शर्त पर बताया है कि राहुल और प्रियंका इन सीटों पर एक और तीन मई को नामांकन कर सकते हैं। नामांकन की आखिरी तारीख तीन मई है।
आपको बता दें मोदी सरकार में शामिल मंत्री स्मृति ईरानी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी को अमेठी सीट से मात दी थी।हालांकि गांधी वायनाड संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। वहीं सोनिया गांधी ने 2019 में घोषणा की थी कि यह उनका आखिरी लोकसभा चुनाव होगा।
राहुल गांधी की टीम ने अमेठी में कैंप करना शुरु कर दिया है।बताया जा रहा है कि राहुल गांधी के नामांकन के लिए यूपी कांग्रेस की टीम को एक मई की संभावित डेट दी गई है।राहुल गांधी एक मई को नामांकन कर सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस एक मई को अमेठी में अपना शक्ति प्रदर्शन करेगी। दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल हो रही वोटिंग के बाद 27 अप्रैल को राहुल गांधी के अमेठी पहुंचने की संभावना है। अमेठी और रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीटें रही हैं। अमेठी से राहुल गांधी दो बार लोकसभा सांसद रहे हैं।
रायबरेली से वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी लगातार जीत का परचम लहराती रही है।सोनिया गांधी ने पहली बार 2004 में रायबरेली से चुनाव लड़ीं और जीतीं। सोनिया गांधी कुल पांच बार सांसद चुनी गईं। जिनमें से चार बार रायबरेली और एक बार अमेठी से चुनाव जीती। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद 1999 में पहली बार सोनिया गांधी अमेठी से चुनाव लड़ी थीं और जीत हासिल की थी।रायबरेली के साथ दशकों के पारिवारिक संबंधों को छोड़कर जब सोनिया ने राज्यसभा जाने का फैसला किया तो वो काफी भावुक नजर आई थीं।