चुनावी प्रकिया पर सवाल: चंडीगढ़ मेयर मामले में सुको में सुनवाई से पहले मेयर ने दिया इस्तीफा
- रिटर्निंग ऑफिसर को बीजेपी माइनॉरिटी सेल के महासचिव पद से हटाया गया
- आप के तीन पार्षद बीजेपी में शामिल
- सीसीटीवी में कैद हुई थी अधिकारी की करतूत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चंडीगढ़ के मेयर मनोज सोनकर ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले अपना इस्तीफा दे दिया है। इसकी पुष्टि पंजाब बीजेपी अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा ने की। आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के तीन पार्षद पुनम देवी, नेहा मुसावत और गुरचरण काला दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो गए है। सुनवाई से पहले अनिल मसीह बीजेपी माइनॉरिटी सेल के महासचिव पद से हटा दिया गया है। आज सोमवार 19 फरवरी होने वाली सुनवाई में अनिल मसीह को कोर्ट में पेश होना है।
आपको बता दें अनिल मसीह बीजेपी माइनॉरिटी सेल के महासचिव थे और उनकी निगरानी में ही चंडीगढ़ में मेयर चुनाव हुए, जिसमें वह प्रिजाइडिंग ऑफिसर बनाए गए थे। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वह बैलेट पेपर से कुछ छेड़छाड़ी करते हुए नजर आ रहे है। सुको में सुनवाई से पहले अनिल को माइनॉरिटी सेल के महासचिव से हटा दिया गया है।
आपको बता दें चंडीगढ़ में 30 जनवरी को मेयर के चुनाव हुए थे। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ा था और संयुक्त रूप से उनके पास 20 पार्षदों के वोट थे। रिटर्निंग ऑफिसर ने हेराफेरी करके आठ वोट रद्द कर दिए और 16 पार्षदों के समर्थन वाले बीजेपी के जीता दिया। अधिकारी की करतूत सीसीटीवी में कैद हो गई। जिस पर सुको सुनवाई कर रहा है।
पंजाब के चंडीगढ़ मेयर चुनाव में आप और कांग्रेस ने बीजेपी पर धांधली कर मेयर चुनाव जीतने का आरोप लगाया, आप और कांग्रेस संयुक्त रुप से मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंची। जिस पर आज सोमवार को सुनवाई होनी है। दोनों दलों ने शीर्ष कोर्ट से चुनावी प्रक्रिया और नए मेयर के कामकाज पर रोक लगाने के साथ चुनाव के तमाम दस्तावेज सील करने की मांग की थी। देश की टॉप अदालत ने अपनी पहली सुनवाई में मेयर के कामकाज पर रोक लगाने के साथ ही, तमाम चुनावी प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी और बैलट पेपर को सील करने का आदेश दिया था। सीजेआई ने रिटर्निंग ऑफिसर रहे अनिल मसीह को कड़ी फटकार लगाते हुए मुकदमा चलाए जाने की बात कही थी। सीजेआई ने कहा थे ये लोकतंत्र की हत्या है।