रामलला प्राण प्रतिष्ठा: क्यों केवट, शबरी और जटायू पर पीएम मोदी ने जारी किए डाक टिकट? इसमें छुपा है राम से जुड़ा बड़ा रहस्य, आज ये होंगे कार्यक्रम

  • श्री राम मंदिर पर डाक टिकट हुआ जारी
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया टिकट जारी
  • सोमवार को होगा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-18 09:32 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज से केवल तीन दिन बाद यानि की सोमवार (22 जनवरी) को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस ऐतिहासिक दिन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट जारी कर दिया है। प्रधानमंत्री की ओर से कुल छह डाक टिकट जारी किए गए हैं। इनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी शामिल हैं। इन टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई ‘मंगल भवन अमंगल हारी’, सूर्य, सरयू नदी और मंदिर में और उसके आसपास की मूर्तियों की डिजाइन बनाई गई है।

ये डाक टिकट ही क्यों?

जो डाक टिकट जारी हुए हैं उसमें न भगवान राम का कोई टिकट है, न माता सीता का। बल्कि ये डाक टिकट रामायाण से जुड़े दूसरे अहम किरदारों पर जारी हुए हैं। जिसका ये मकसद माना जा रहा है कि भगवान राम के जीवन में जो जो भी बहुत अहम रहा हो। और, जिसके जरिए भगवान राम का संदेश भक्तों तक पहुंच सके, उन्हीं लोगों पर डाक टिकट जारी किया गया है। इसमें केवटराज वो राम भक्त थे जिन्होंने भगवान राम को सरयू नदी पार करवाई थी। शबरी वो देवी थीं जिनके जूठे बेर भगवान राम ने बिना झिझके खाए थे। और, जटायू वो पक्षी था जिसने माता सीता को बचाने में जान की परवाह तक नहीं की थी और भगवान राम को सही मार्ग दिखाया था।

टिकटों की एक बुक भी हुई जारी

इसके अलावा प्रधानमंत्री की ओर से दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक बुक भी जारी की गई है। इस 48 पेज की बुक में अमेरिका, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, कंबोडिया और संयुक्त राष्ट्र जैसे संगठनों सहित 20 से अधिक देशों की ओर से जारी किए गए डाक टिकट शामिल हैं।

इन टिकटों को जारी करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "ये पोस्टल स्टैंप विचारों, इतिहास और ऐतिहासिक अवसरों को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम भी होते हैं। जब कोई डाक टिकट जारी होता है, जब इसे कोई भेजता है, तो वह सिर्फ पत्र नहीं भेजता बल्कि पत्र के माध्यम से इतिहास के अंश को दूसरे तक पहुंचा देता है। ये सिर्फ कागज का टुकड़ा नहीं है। ये इतिहास की किताबों के रूपों और ऐतिहासिक क्षणों का छोटा रूप भी होता है। इनसे युवा पीढ़ी को भी बहुत कुछ जानने और सीखने को मिलता है. इन टिकटों में राम मंदिर का भव्य चित्र है।"

रामलला प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान

गौरतलब है कि बीते मंगलवार (16 जनवरी) से रामलला के प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान विधि विधान से शुरू हो चुका है। छह दिन तक अलग-अलग विधि विधान पूरा किए जाने के बाद सोमवार (22 जनवरी) को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। प्राण प्रतिष्ठा के पहले दिन प्रायश्चित पूजा, कर्मकूटि पूजन की गई थी। जबकि दूसरे दिन रामलला की प्रतिमा को मंदिर परिसर में भ्रमण के लिए निकाला गया था। आज प्राण प्रतिष्ठा का तीसरा दिन है। आज प्राण-प्रतिष्ठा की विधि शुरू हो जाएगी। साथ ही मंडप प्रवेश पूजन, वास्तु पूजन वरुण पूजन, विघ्नहर्ता गणेश पूजन और मार्तिका पूजन भी होगा।

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