रामलला प्राण प्रतिष्ठा: कौन हैं वायरल हो रहे भजन ‘राम आंएगे’ के असली लेखक, खाटू श्याम से है खास कनेक्शन?

  • सोशल मीडिया पर सुर्खियों बटोर रहा 'राम आएंगे' भजन
  • गायिका स्वाति मिश्रा ने किया खुलासा
  • स्वर्गीय श्याम सुंदर शर्मा (पालम वाले) ने लिखा था मूल भजन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-01-19 14:18 GMT

डिजिडल डेस्क, मुंबई। अयोध्या में नव निर्मित राममंदिर में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस ऐतिहासिक समारोह को लेकर पूरे देश में उत्सव का माहौल है। इस भव्य आयोजन से पहले एक भजन सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, जिसके बोल हैं 'राम आएंगे'। लाखों लोग इस भजन को गा और गुनगुना रहे हैं। लेकिन उनमें से बहुत कम ये जानते होंगे कि वास्तविकता में भगवान राम के लिए नहीं बल्कि भगवान खाटू श्याम के लिए लिखा गया था। इसके अलावा जो सिंगर इसे गाकर ख्याति बटोर रही हैं, मूल भजन उनकी नहीं बल्कि किसी और की आवाज में है।

ये हैं असली सिंगर

सिंगर स्वाति मिश्रा का गाया हुआ भजन ‘राम आएंगे तो अंगना सजाऊंगी’ इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यूट्यूब पर इस भजन को अब तक सात करोड़ से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस भजन को अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर तारीफ की है। लेकिन क्या आप जानते हैं इस भजन का ओरिजनल वर्जन स्वाति मिश्रा ने नहीं बल्कि किसी ओर ने गाया था?

इस शानदार भजन को गाकर भारत समेत दुनियाभर में शौहरत बटोर रही स्वाति मिश्रा ने अपने यूट्यूब चैनल पर इसके बारे में जानकारी शेयर की है। स्वाति ने बताया है कि इस भजन के असली लेखक स्वर्गीय श्याम सुंदर शर्मा (पालम वाले) हैं। वहीं इसे संगीत दिया है प्रेम भूषण महाराज ने। हाल ही में मीडिया को दिए इंटरव्यू में भी स्वाति ने बताया था कि जब उन्होंने पहली बार यह भजन सुना था तब ही उनके मन में इसे प्रभू श्रीराम को समर्पित करने विचार आया था।

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ये हैं असली बोल

मूल भजन के बोल में भगवान राम की जगह खाटू श्याम बाबा का जिक्र किया गया है। इस बात की पुष्टि खुद स्वाति मिश्रा ने की है। उन्होंने अपने गाए भजन में श्याम की जगह बस राम लगा दिया है। बाकी सभी बोले मूल भजन के ही हैं। ये हैं असली भजन के बोल -

"मेरी झोपड़ी के भाग,

आज खुल जाएंगे,

श्याम आएंगे,

श्याम आएंगे आएंगे,

श्याम आएंगे,

मेरी झोपड़ी के भाग,

आज खुल जाएंगे,

श्याम आएंगे ।।

श्याम आएंगे तो,

अंगना सजाऊंगी,

दीप जलाके,

दिवाली मनाऊंगी,

मेरे जन्मों के सार,

पाप मिट जाएंगे,

श्याम आएंगे,

मेरी झोपड़ी के भाग,

आज खुल जाएंगे,

श्याम आएंगे ।।"

कौन थे असली रचनाकार श्याम सुदंर शर्मा?

वायरल हो रहे भजन के असली रचनाकार श्याम सुदंर शर्मा (पालम वाले) थे। श्याम सुंदर शर्मा एक सरकारी कर्मचारी थे जो खाटू श्याम जी महाराज के बहुत बड़े भक्त थे। उनका जन्म हरियाणा के भिवानी में मार्च 1948 में हुआ था। उनके दादा जी वैद्य मात्तृदत्त शर्मा भी खाटू श्याम के अनन्य भक्त थे।

श्याम सुंदर शर्मा ने अपने दादा जी और अपने दोस्त के साथ मिलकर खाटू श्याम महाराज का खूब प्रचार प्रसार किया। उनके दादा एक वैद्य होने के अलावा एक गीतकार भी थे जिन्होंने खाटू श्याम पर कई भजन लिखे। अपने दादा के सानिध्य में ही श्याम सुंदर ने बचपन में ऐसे ही कई भजनों की रचना की।

देशभक्ति के गीत भी लिखे

श्याम सुंदर जी को लेकर ऐसा भी कहा जाता है कि उन्हें भजन लिखने में ऐसी महारत हासिल थी, कि वह चलते-फिरते, उठते-बैठते भी भजनों की रचना कर लिया करते थे। श्याम सुंदर कोई प्रोफेशनल गीतकार नहीं थे फिर भी अपनी पूरी जिंदगी में उन्होंने 3 हजार से भी ज्यादा भजन लिखे। इसके अलावा उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ और देशभक्ति पर भी कई गीत लिखे। 23 अक्टूबर 2013 को उनका निधन हो गया था, जिसके बाद 24 जून 2014 को उनके लिखे 'श्याम आएंगे' भजन को उनके फेसबुक अकाउंट पर शेयर किया गया था।

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