पश्चिम बंगाल में हिंसा: रामनवमी के मौके पर मुर्शिदाबाद जिले में भड़की हिंसा, जुलूस पर हुआ पथराव, दर्जनों लोग घायल, विपक्ष ने टीएमसी को घेरा
- बंगाल में रामनवमी के पर्व पर भड़की हिंसा
- जुलूस पर किया पथराव, दर्जनों लोग गंभीर रूप से घायल
- बीजेपी ने NIA जांच की उठाई मांग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में बीते दिन (17 अप्रैल) को राम नवमी का पर्व बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया था। इस पावन पर्व के मौके पर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में रामनवमी के जूलूस पर पत्थरबाजी करने से हिंसा भड़क गई। इस दौरान लगभग दो दर्जन लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य के मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर से रामनवमी के मौके पर शोभायात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान उपद्रवियों ने छत्त से जुलूस पर पत्थराव करना शुरू कर दिया। पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने के लिए उन पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे।
पुलिस ने उपद्रवियों पर किया लाठीचार्ज
इस घटना के बारे में पुलिस प्रशासन ने बताया कि जूलूस पर पत्थराव करने वाले उपद्रवियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैसे को गोले दागे पड़े थे। इसके अलावा घटनास्थल पर अतिरिक्त फोर्स को भी बुलाना पड़ा था। इसके बाद से हालात सामान्य है। जुलूस में घायल लोगों को इलाज के लिए बरहमपुर और मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया है। इस मामले को लेकर बंगाल यूनिट ने रामनवमी जुलूस में पथराव और हिंदुओं की दुकानों को तोड़ने का आरोप लगाया है। बंगाल के नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने कहा, "रामनवमी का जुलूस शांतिपूर्ण रूप से प्रशासन की अनुमति के बाद निकाला गया था।"
भाजपा और कांग्रेस ने टीएमसी पर साधा निशाना
अधिकारी ने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा , "रामनवमी जुलूस पर शक्तिपुर में अपद्रवियों ने पथराव कर दिया है। आश्चर्य की बात तो यह है कि सीएम (ममता बनर्जी) की पुलिस उपद्रवियों से मिली हुई है। पुलिस ने जुलूस में शामिल रामभक्तों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोल दागे है। इस कारण से जुलूस को बीच में रोकना पड़ा था।" कांग्रेस नेता और सांसद अधिर रंजन चौधरी घटनास्थल पर बुधवार की शाम को पहुंचे। शुभेंदु अधिकारी ने घटना के संबंध में बंगाल के गवर्नर को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने हिंसा को अंजाम देने के पीछे साजिश रचने की बात कही है। इसके अलावा उन्होंने राज्यपाल से घटना में एनआईए जांच की मांग की है।