मणिपुर हिंसा: फिर भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने घेरा एसपी ऑफिस, पुलिस वाहनों में लगाई आग, पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले, एक की मौत
- मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
- हेड कांस्टेबल के निलंबन पर भड़के लोग
- एसपी कार्यालय पर किया हमला
डिजिटल डेस्क, इम्फाल। बीते 10 महीने से उत्तर-पूर्वी राज्य मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। इतना समय बीत जाने के बाद भी हिंसक घटनाएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। ताजा घटना राज्य के चुराचांदपुर की है, जहां एसपी ऑफिस पर सैंकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना में एक प्रदर्शनकारी की मौत होने की जानकारी भी सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, गुरुवार की देर रात 300 से 400 लोगों की भीड़ ने एसपी-सीसीपी कार्यालय पर पथराव करते हुए आगजनी की। जिसके बाद आरएएफ और एसएफ ने भीड़ पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने बताया कि यह हमला चुराचांदपुर एसपी ने एक हेड कांस्टेबल को निलंबित करने के विरोध में हुआ।
दरअसल जिस हेड कांस्टेबल को एसपी ने निलंबित किया है उस पर हथियारबंद प्रदर्शनकारियों के साथ दिखने का आरोप है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 14 फरवरी को हमारे सामने एक वीडियो आया, जिसमें सियामलालपॉल नाम का हेड कांस्टेबल हथियारबंद लोगों के साथ दिखा। जिसके बाद चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे ने हेड कांस्टेबल के खिलाफ एक्शन लिया और उसे अगले आदेश तक के लिए निलंबित कर दिया।
बता दें कि इससे पहले उपद्रवियों ने इम्फाल के पूर्वी इलाके में स्थित पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में हमला किया था। इसके अलावा तेजपुर स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन की पोस्ट पर भी हमला किया था। यहां से उपद्रवियों ने 6 एके-47, 4 कार्बाइन, 3 राइफल समेत कुछ ऑटोमैटिक हथियार लूटे और अपने साथ ले गए। इस घटना के वीडियो भी सामने आए थे।
फिर भिड़े कुकी और मौतई
इससे पहले मंगलवार को राजधानी इम्फाल के पूर्वी इलाके खामेनलोक और पुखाओं संतीपुर में कुकी और मैतई समुदाय के बीच गोलाबारी हुई। जिसमें 1 शख्स की मौत हो गई थी जबकि 3 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। राज्य में मई 2023 से शुरू हुई हिंसा में अब तक लगभग 200 लोगों की मौत हो चुकी है।