18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज: नवनिर्वाचित सांसद लेंगे शपथ, NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर सदन में हंगामे के आसार

  • 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज
  • कांग्रेस को इस बार मिलेगा नेता प्रतिपक्ष का पद
  • 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-24 03:10 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए। जिसके बाद 9  जून को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद आज यानी सोमवार को लोकसभा का पहला सत्र शुरू होने वाला है। सदन में आज सभी नए नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जाएगी। 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने वाला है। वहीं, 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। बीजेपी ने सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को संसद के निचले सदन का अस्थाई अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) चुना है। इसके चलते सोमवार को लोकसभा में शोरगुल हो सकता है। लोकसभा के पहले सत्र के दौरान एग्जिट पोल, NEET और UGC-NET परीक्षा को लेकर भी हंगामा होने के आसार हैं। 

इधर, विपक्ष ने पहले ही महताब को अस्थाई अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है। विपक्ष ने कहा है कि सरकार ने प्रोटेम स्पीकर को लेकर कांग्रेस सांसद के. सुरेश के दावे को अनदेखी की है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि महताब लगातार सात बार के लोकसभा सांसद हैं। ऐसे में प्रोटेम स्पीकर का पद उनके लिए उपयुक्त हैं। 

गौरतलब है कि सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ दिलाएंगी। इसके बाद महताब सुबह 11 बजे लोकसभा सदन पहुंचे। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान कुछ समय के लिए मौन रखा जाएगा। इसके बाद लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह निचले सदन के लिए निर्वाचित सदस्यों की सूची सदन पटल पर रखेंगे। इसके बाद महताब के अनुरोध पर लोकसभा के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन की सदस्यता की शपथ लेंगे। 

10 साल बाद देश को मिलेगा नेता प्रतिपक्ष

गौरतलब है कि, बीते 10 सालों से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली है। हालांकि, इस बार यह पद कांग्रेस के किसी नेता को मिल सकता है। 2014 में विपक्ष की ओर से कोई भी पार्टी 54 सीटें नहीं जीते थे। मावलंकर नियम के तहत नेता प्रतिपक्ष बनने के लिए लोकसभा की कुल संख्या 543 का 10% यानी 54 सांसद होना जरूरी है। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस के खाते में केवल 52 सीटें ही आई थी। तब भी देश में नेता प्रतिपक्ष का पद खाली रहा। ऐसे में इस बार कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं। जिसके चलते कांग्रेस को आसानी से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद मिल जाएगा।

18वीं लोकसभा में एनडीए बनाम इंडिया ब्लॉक

इस बार सदन में एनडीए और इंडिया ब्लॉक आमने-सामने होंगे। देश में एनडीए की ओर से 293 सांसद जीतकर आए हैं। जिसमें बीजेपी को कुल 240 सीटें मिली हैं। वहीं, इंडिया ब्लॉक को इस बार 234 सीटें मिली हैं। जिसमें कांग्रेस के खाते में 99 सीटें आई है। इसी के साथ सदन में कांग्रेस दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। 

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