अनंतनाग आतंकी हमला: कमांडर रियाज अहमद की हत्या के बदले की नीयत से किया आतंकी हमला, तलाश के लिए साझा ऑपरेशन जारी, एक आतंकी की हुई पहचान
- इसी महीने 8 सितंबर को लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर रियाज अहमद की पीओके के रावलकोट में हत्या हो गई थी
- अपने कमांडर की मौत का बदला लेने के लिए उसके समर्थकों ने किया आतंकी हमला
डिजिटल डेस्क, अनंतनाग। कश्मीर में पिछले तीन दिनों से इंडियन आर्मी और जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकियों के साथ मुठभेड़ जारी है। आतंकियों के साथ एनकाउंटर में इंडियन आर्मी और पुलिस के तीन ऑफिसर्स शहीद हो गए। जबकि एक जवान लापता है। इस बीच रिपोर्ट्स सामने आ रही हैं कि आतंकवादियों ने इसे बदले की कार्रवाई करार दिया है। उनका कहना है कि यह हमला पीओके में एक आतंकी की हत्या के बाद उठाया गया है। हालांकि, सेना या फिर जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से इसको लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं दी गई है।
समर्थक ने किया जवाबी हमला
इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह लश्कर-ए-तैयबा के द रेजिस्टेंस फ्रंट की ओर से बदले की कार्रवाई है। क्योंकि 8 सितंबर को लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर रियाज अहमद की पीओके के रावलकोट एरिया में गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। कमांडर की मौत के बाद से ही उसके समर्थक नाराज थे, जिसका बदला लेने के लिए उन्होंने अनंतनाग में हमला कर दिया।
कर्नल, मेजर और डीएसपी हुए शहीद
दरअसल, मंगलवार शाम अनंतनाग जिले के गाडोल में तीन-चार आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। जिसके बाद भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था। लेकिन रात होने की वजह से ऑपरेशन रोक दिया गया। बुधवार सुबह दोबारा शुरू हुए इस ऑपरेशन में आतंकियों ने घने जंगल में घात लगाकर अंधाधुंध फायरिंग की। जिसमें 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए।
पुलिस ने की एक आतंकी की पहचान
मंगलवार रात रुकने के बाद बुधवार को दोबारा से शुरू हुआ यह 'ऑपरेशन तेज' गुरुवार सुबह भी जारी रहा। अब जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि दोनों ही आतंकियों को घेर लिया गया है। इनमें से एक आतंकी की पहचान उजैर खान के रूप में हुई है। जो कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका है और A+ कैटेगरी का आतंकवादी है, जिस पर 10 लाख रुपये का भी इनाम है।