मणिपुर में तनाव जारी, अब विपक्ष की बारी! INDIA बनने के बाद अब विपक्षी दल करेंगे मणिपुर का दौरा
- INDIA बनने के बाद अब विपक्षी दल करेंगे मणिपुर का दौरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मणिपुर में राज्य और केंद्र सरकार हिंसा पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। 80 दिनों से यहां पर हिंसा जारी है। 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसके चलते पूरे देश में हंगामा मचा। वीडियो में कुकी समुदाय की महिलाओं के साथ हुई बर्बरता के चलते पूरे देश के लोगों को शर्मसार होना पड़ा। विदेशी मीडिया में इस घटना को लेकर भारत की निंदा हुई। सदन में विपक्ष ने इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया है। विपक्षी नेता मणिपुर में हुई हिंसा को लेकर सरकार से जवाब मांग रही है। इसी बीच सूत्रों से पता चला है कि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के नेता अगले हफ्ते के अंत तक मणिपुर जा सकते हैं। सोमवार सुबह को विपक्षी नेता मणिपुर जाने की तारीख को लेकर ऐलान कर सकते हैं।
इधर, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पहले ही मणिपुर जाने की बात कही है। उन्होंने गुरुवार को बताया था कि वे जल्द अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री से बात कर मणिपुर का दौरा करेंगी। सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी मणिपुर हिंसा को लेकर बात की।
विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA में कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, जदयू, शिवसेना (UBT), एनसीपी (शरद पवार), आम आदमी पार्टी, सीपीआईएम, समाजवादी पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, सीपीआई, झारखंड मुक्ति मोर्चा, केरल कांग्रेस (M), आरजेडी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, सीपीआई (ML), आरएसपी, केरल कांग्रेस, केएमडीके, अपना दल (कमेरावादी), एआईएफबी, आरएलडी, मनीथानेया मक्कल काची (MMK), एमडीएमके, वीसीके सहित 26 दल हैं।
इस तरह लगी हिंसा की आग
मणिपुर में 4 मई को लगभग एक हजार मैतई सुमदाय के लोगों ने कुकी समुदाय के एक गांव पर हमला कर दिया। जिसके हमलावरों ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड निकाली। इस दौरान भीड़ ने इन दोनों महिलाओं के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए चारों लोगों में से एक बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अरेस्ट हुए चार में से एक घटना के दौरान भीड़ का हिस्सा था। पुलिस ने बताया कि इस आरोपी की पहचान 32 वर्षीय हुईरेम हेरादास के रूप में हुई है। इधर, राज्य और केंद्र सरकार कह रही है कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मणिपुर में 3 मई को इंफाल घाटी में रहने वाले बहुसंख्यक मेइती समुदाय और पर्वतीय इलाकों में रहने वाले जनजातीय समुदायों के बीच जातीय झड़प शुरू हुई। इसके बाद हिंसा बढ़ती चली गई। बैठकें हुई लेकिन समस्या का हल अभी तक नहीं निकला। वीडियो वायरल होने के बाद से पूरे राज्य में तनाव का माहौल है। हिंसा में अब तक 150 लोग मारे जा चुके हैं और कम से कम 17 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। 50 हजार से ज्यादा लोग मणिपुर छोड़कर आस-पास के राज्यों में अपना बसेरा बना लिया है। वहीं, 60 हजार से अधिक लोग आर्मी द्वारा बनाए गए शेल्टर होम में रह रहे हैं।