सरकारी नौकरी: असम में बाहरियों को नौकरी मिलना मुश्किल, हिमंता बिस्व सरमा सरकार ने लिया बड़ा फैसला

  • असम सरकार करेगी अपने लोगों के लिए नई नीति लागू
  • किन राज्यों में डोमिसाइल नीति लागू?
  • नेहरू का किया जिक्र

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-05 13:28 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। असम में अब दूसरे राज्यों के लोगों को सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल है। सिर्फ असम राज्य में रहने वाले लोगों को ही सरकारी नौकरियां मिल पाएंगी। असम सरकार जल्दी ही डोमिसाइल नीति लागू करने जा रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का कहना है कि आने वाले दो महीनों में राज्य के अंदर डोमिसाइल नीति लागू कर दी जाएगी। जिसका मतलब है कि सिर्फ राज्य में जन्मे लोग ही सरकारी नौकरी के लिए योग्य माने जाएंगे।

टीआईओ की खबर के अनुसार, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा, "राज्य सरकार ने मई 2021 से अब तक पारदर्शी तरीके से 97000 से अधिक लोगों को नौकरियां दी हैं। जिससे विश्वास पैदा करने वाला माहौल बना है।" साथ ही उन्होंने ये भी कहा, "जब भर्तियों की सूची प्रकाशित होगी तो साबित हो जाएगा कि कैसे स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी गई है।" आपको बता दें कि 2021 के विधानसभा चुनवों के चलते बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में राज्य के युवाओं को एक लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था।

किन राज्यों में डोमिसाइल नीति लागू?

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने डोमिसाइल नीति लागू करने के पक्ष में मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड का उदाहरण दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि इन राज्यों में सरकारी नौकरियों में भर्ती होने के लिए पहले से ही डोमिसाइल नीति लागू है। जिससे स्थानीय उम्मीदवारों को नौकरी से दूर ना रहना पड़े। उन्होंने बताया कि बंगाल में कुछ पदों के लिए बंग्ला पढ़ना और लिखना भी बहुत जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जाति, माटी और भेटी की रक्षा के लिए काम कर रही है।

मुख्यमंत्री ने किया नेहरू का जिक्र

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे कहा, "देश की आजादी के आंदोलन की लहर पर सवार होकर जवाहरलाल नेहरू तीसरी बार प्रधानमंत्री बने थे। उस समय कांग्रेस को आजादी के बाद देश की जनता का समर्थन मिला था। लेकिन पीएम मोदी को पूरे देश का भारी समर्थन मिला और वे लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं।" साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "कांग्रेस 99 सीटें जीतकर जश्न मना रही है। ये 100 में से नहीं बल्कि, 542 में से हैं। 240 बड़ा होता है या 99? हो सकता है कि पाकिस्तान की गणित में 99 बड़ा हो।"

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