प्राण प्रतिष्ठा समारोह: रामलला के आगमन पर कई घरों में गूंजी किलकारियां, मुस्लिम परिवार ने भगवान राम के नाम रखा बच्चे का नाम
- राम मंदिर में रामलला के नवीन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई
- इस ऐतिहासिक दिन कई बच्चों ने लिया जन्म
- परिजनों ने भगवान राम के नाम पर किया नामकरण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या के नवनिर्मित राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन देश के विभिन्न हिस्सों में कई बच्चों ने जन्म लिया। दरअसल, इस खास दिन देश के कई शहरों में गर्भवती महिलाओं ने बच्चे को जन्म देने की इच्छा जाहिर की थी। उनका मानना था कि प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन जन्मे बच्चे प्रभु श्रीराम जैसे ही प्रतापी व सौभाग्यशाली होंगे। इस तरह आज देश के कई सरकारी और खासकर निजी अस्पतालों में बच्चों की किलकारियां गूंजी। लोगों इन अपने इन नवजात बच्चों को भगवान राम का वरदान माना, साथ ही इनका नाम भगवान राम के नाम पर रखा। लोग इस पवित्र दिन जन्में अपने बच्चे को देखकर फूले नहीं समा रहे हैं। वह भगवान राम और माता सीता के नाम पर अपने बच्चों के नाम राघव, राम, रघु, रघुकुल, दीप्ति, दीपा, सीता या सिया रख रहे हैं।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक केवल मध्यप्रदेश के भोपाल, इंदौर और दमोह जिले में 22 जनवरी के दिन करीब 47 बच्चों ने जन्म लिया। हालांकि इनमें वो बच्चे भी शामिल थे जिनका जन्म सामान्य प्रसव से हुआ।
मुस्लिम परिवार ने मनाई खुशियां
लेकिन सबसे अलग मामला यूपी फिरोजाबाद से सामना आया। जहां रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन एक मुस्लिम परिवार में जन्म लेने वाले बच्चे का नाम भगवान राम के नाम पर रखा गया। एबीपी न्यूज की खबर के मुताबिक परिवार वालों ने हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देने के लिए बच्चे का नाम राम रहीम रखा। यह नाम बच्चे की दादी हुस्न बानो ने रखा है।
बानो ने बताया कि समाज में हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश जाए, इसलिए उन्होंने इस बच्चे का नाम राम रहीम रखा है। वहीं कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में 22 जनवरी को जन्मे 25 बच्चों में से कई के नाम भगवान राम के नाम पर रखे गए।
बता दें कि लगभग 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद प्रभू श्रीराम का आगमन अपनी नगरी अयोध्या में हो चुका है। सोमावार को अयोध्या में हुए भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी समेत देश की कई नामचीन हस्तियां एकत्रित हुईं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि "इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है।"