राम मंदिर: अब ऐसे कर पाएंगे रामलला के दर्शन, प्रशासन ने टाइमिंग सहित इन नियमों में किया बदलाव
- बढ़ाया गया रामलला के दर्शन का टाइम
- भारी भीड़ को देखते हुए सरकारी बसें और ट्रेन रद्द
- सामान रखने के लिए भक्तों को दी गई है 8 हजार लॉकर्स की सुविधा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी और उसके बाद से मंदिर दर्शन करने के लिए आमजन को दे दी गई है। रामलला के दर्शन के लिए पहले दिन ही भारी जन सैलाब उमड़ा। 23 जनवरी को रिकॉर्ड 5 लाख लोगों ने दर्शन किया। दूसरे दिन भी रामलला के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या स्थित राम मंदिर पहुंचे। जानकारी के मुताबिक, करीब 2.5 लाख भक्तों ने 24 जनवरी को रामलला के दर्शन किए। भारी संख्या में भक्तों के जमावड़े को देखते हुए व्यवस्था संभाल रहे पुलिस-प्रशासन और मंदिर ट्रस्ट ने नियमों में टाइमिंग सहित कई बदलाव किए हैं। इस दौरान सुलभ दर्शन और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चत करने के लिए कुछ नए नियम लागू किए गये हैं वहीं कुछ में सुधार किया गया है।
बढ़ाया गया दर्शन का टाइम
दर्शन के लिए भारी जन सैलाब को देखते हुए टाइमिंग में बदलाव किया गया है। पूजन समय को बढ़ाते हुए सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे के बजाए अब भक्तगण सुबह के 6 बजे से रात के 10 बजे तक रामलला के दर्शन कर पाएंगे। इस बीच दिन में दो बार भगवान के सामने पर्दा गिराया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने बताया है कि रामलला की मूर्ति के सामने दिन में दो बार 15-15 मिनट के लिए पर्दा गिराया जाएगा।
शहर की सीमाओं को किया गया सील
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए दूसरे दिन जिला प्रशासन ने अयोध्या शहर की सभी सीमाओं को सील कर दिया है। प्रशासन ने बाराबांकी, सुल्तानपुर, गोंडा, अंबेडकर नगर और अमेठी के रास्ते से आवाजाही रोकने के लिए 15 किलोमीटर पहले नाकाबंदी कर दी है। सिर्फ आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली वस्तुओं (जैसे फल और सब्जियां) को जिले में आने जाने की इजाजत दी जा रही है।
सरकारी बसें और ट्रेन रद्द
अयोध्या में भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए सभी सरकारी बस और ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। अयोध्या के कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि स्थिति को सामान्य करने की हर संभव कोशिश की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि फैजाबाद में सिर्फ आपातकालीन वाहनों और खराब होने वाली चीजों को आवाजाही की अनुमति दी जा रही है।
सामान रखने के लिए 8000 लॉकर्स
मंदिर परिसर में मोबाईल और जूते जैसी चीज रखने के लिए भक्तों को 8 हजार लॉकर्स की सुविधा दी गई है। भक्तों के लिए एंट्री-एग्जिट प्लान बनाया गया है जिसके अंतर्गत राम जन्मभूमि पथ से आने वाले सभी लोगों को पहले अपने सामान की एक्स-रे जांच करवानी होती है। आपको बता दें कि परिसर में 7 ऑटोमेटिक लगैज एक्स-रे स्कैनर्स सामानों की जांच करने के लिए लगाए गए है। सामान स्कैन करवाने के बाद उसे रखने के लिए दर्शनार्थी को लॉकर रूम ले जाया जाता है। लॉकर रूम और सिक्योरिटी चेक से गुजरने के बाद भक्त रामलला के दर्शन करते हैं। दर्शन के बाद लोगों को मंदिर परिसर के पीछे से एग्जिट दी जाती है जहां, उनसे लॉकर की चाबी वापस ले ली जाती है और उनका सामान दे दिया जाता है। मंदिर से बाहर निकलने के लिए तीन लाइनें बनाई गई हैं।
वीवीआईपी को देनी होगी आने की सूचना
वीवीआईपी को रामलला के दर्शन के लिए आने से पहले जिला प्रशासन को सूचित करना अनिवार्य है। पूर्व सूचना के चलते व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी और अयोध्या पहुंचने वाले वीवीआईपी बेहतर ढंग से दर्शन कर पाएंगे। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च तक वीवीआईपी हस्तियों से राम मंदिर नहीं जाने की अपील की है। आपको बता दें कि राम मंदिर का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है। मंदिर के बचे हुए निर्माण कार्य को 20 जनवरी से रोक दिया गया है।