जांच एजेंसी का खुलासा: खालिस्तानी आतंकियों को लेकर NIA का बड़ा खुलासा- अवैध शराब और उगाही से फैला रहे हैं अपने जाल

  • एनआईए का बड़ा खुलासा
  • अवैध तरीके से खालिस्तानी समर्थक भारत में कर रहे हैं काम

Bhaskar Hindi
Update: 2023-09-24 07:25 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत-कनाडा खालिस्तानी समर्थकों को लेकर आमने-सामने हैं। इस बीच राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी यानी एनआईए की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। जांच के दौरान पता लगा है कि खालिस्तानी आतंकी क्राइम सिंडिकेट से करोड़ों रूपये की उगाही कर उसका इस्तेमाल टेरर एक्टिविटी के लिए कर रहे हैं। एनआईए के मुताबिक, कनाडा में मौजूद खालिस्तानी आतंकियों का सबसे बड़ा उगाही का जरिया भारत में अवैध शराब का धंधा और एक्सटॉर्शन है। जिसके माध्यम से वो अपना संगठन चला रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, उगाही से आए करोड़ों रूपयों को कनाडा में बैठे खालिस्तानी समर्थक गोल्डी बराड़ और जेल में बंद जग्गू भगवानपुरिया सुरेंद्र सिंह चीकू, राजेश कुमार, राजू मोटा और दिलीप बिश्नोई की मदद से कृषि के क्षेत्र में और लैंड (प्रॉपर्टी) में इन्वेस्ट कर रहे हैं। जांच में पता चला है कि ये सभी प्रॉपर्टी सभी खालिस्तानी आतंकी अपने परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर ही खरीदते हैं ताकि आगे किसी प्रकार की कोई समस्या न आए लेकिन अब इसी को लेकर एनआईए का बड़ा एक्शन सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी इन खालिस्तानी समर्थकों के परिजनों को उन तमाम प्रोपर्टी की पहचान कराने के लिए कहा है जो आतंकियों ने अवैध तरीके से खरीदा है।

गुरपतवंत सिंह पन्नू की प्रॉपर्टी जांच एजेंसी ने की जब्त

ये जानकारी आने से पहले जांच एजेंसी ने सिख फॉर जस्टिस ोके नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए चंडीगढ़ और अमृतसर में उसकी सभी प्रॉपर्टी को जब्त कर लिया था। राजधानी चंडीगढ़ में एनआई ने पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू के सेक्टर 15 वाले घर को जब्त किया। इसके साथ ही अमृतसर के खानकोट गांव में पन्नू की 46 कनाल एग्रीकल्चरल लैंड पर भी सील लगा दिया है।

भारत में 7 मामले गुरपतवंत सिंह पन्नू पर दर्ज

खालिस्तान समर्थकों को बढ़ावा देने में गुरपतवंत सिंह पन्नू का अहम हाथ है, ये युवाओं को भड़काने और अपने संगठन से जोड़ने का काम करता है। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने इस पर इनाम घोषित किया है। भारत में पन्नू पर देशविरोधी साजिश समेत कुल 7 मामले दर्ज हैं। साल 2020 में ही गुरपतवंत सिंह पन्नू को भगोड़ा घोषित करते हुए भारत सरकार ने उसकी संपत्तियों को कुर्क कर लिया था।

Tags:    

Similar News