Yes bank: एक्शन में एजेंसियां, मुंबई में सात ठिकानों पर सीबीआई का छापा
Yes bank: एक्शन में एजेंसियां, मुंबई में सात ठिकानों पर सीबीआई का छापा
- यस बैंक मामला: मुंबई में 7 ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर और डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वधावन के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मामले में सात ठिकानों की तलाशी ली। सीबीआई ने किन ठिकानों की तलाशी ली, उनके बारे में सटीक जानकारी अब तक नहीं मिली है, लेकिन एजेंसी सूत्रों ने पुष्टि की है कि ये सभी ठिकाने एफआईआर में दर्ज अभियुक्तों से संबंधित हैं। सीबीआई का यह कदम प्रवर्तन निदेशालय द्वारा रविवार को राणा कपूर की गिरफ्तारी के बाद आया है, जिसमें ईडी ने डीएचएफएल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कपूर से करीब 30 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। बाद में उन्हें मुंबई की एक अदालत ने तीन दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
सीबीआई ने रविवार को यस बैंक के पूर्व प्रबंध निदेश और सीईओ, डीएचएफएल और वधावन के खिलाफ भ्रष्टाचार, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। एजेंसी ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर में डूइट अर्बन वेंचर लिमिटेड का नाम भी लिया है।
Maharashtra: Central Bureau of Investigation (CBI) raids are underway at 7 locations in Mumbai, in connection with a case against #YesBank founder Rana Kapoor. https://t.co/tGygFGIvcp pic.twitter.com/bgEUS29FND
— ANI (@ANI) March 9, 2020
प्राथमिकी में उल्लेख किया गया है कि कपूर ने डीएचएफएल के जरिए अन्य कंपनियों के माध्यम से अपने और अपने परिवार के सदस्यों के लिए वित्तीय सहायता लेकर पर्याप्त अनुचित लाभ प्राप्त किया है। इस मामले को सीबीआई की बीएस एंड एफसी की विशेष इकाई देख रही है, जो कि देश भर में बैंक धोखाधड़ी के मामलों को देखती है।
जम्मू-कश्मीरः शोपियां में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो आतंकी ढेर
सीबीआई ने डीएचएफएल के अल्पकालिक डिबेंचर की जांच शुरू कर दी है, जिसके लिए यस बैंक ने अप्रैल से जून 2018 तक 3,700 करोड़ रुपये का निवेश किया था। यह जांच यस बैंक की डीएचएफएल से डिबेंचर की खरीद से संबंधित एक और जांच का हिस्सा है, जिसके खिलाफ कंपनी को 40 करोड़ रुपये की कोलैटरल प्रतिभूति के बदले 600 करोड़ रुपये के ऋण की अनुमति दी गई थी।
आरोप है कि डीएचएफएल के वधावन ने कपूर को एक साथ डूइट अर्बन वेंचर्स, उनकी बेटियों -राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर के स्वामित्व वाले उपक्रम में 600 करोड़ रुपये का भुगतान किया। यह भी आरोप है कि यस बैंक ने डीएचएफएल को दिए गए ऋणों की वसूली के लिए कार्रवाई शुरू नहीं की।
कोरोनावायरस: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बांग्लादेश दौरा रद्द