एपीजे अब्दुल कलाम की 90वीं जयंती पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर किया याद
विश्व छात्र दिवस एपीजे अब्दुल कलाम की 90वीं जयंती पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने ट्वीट कर किया याद
डिजिटल, डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्मदिन 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2010 से उनके सम्मान में इस दिन को पूरी दुनिया में छात्र दिवस के रूप मनाएं जाने की घोषणा की गई है। कलाम ने भारत के 11 वें राष्ट्रपति के रूप में 2002 से 2007 तक कार्य किया था, लोगों के बीच उन्हें "पीपुल्स प्रेसिडेंट" के रूप में जाना जाता है।
My humble tributes to former President, Dr APJ Abdul Kalam on his birth anniversary today. Popularly known as #PeoplesPresident, the eminent scientist will always be remembered for his invaluable contribution to strengthening India’s defence space capabilities. #APJAbdulKalam pic.twitter.com/qFLwSZTGmH
— Vice President of India (@VPSecretariat) October 15, 2021
तब से हर साल भारत के राष्ट्रपति रहें डॉ. अब्दुल कलाम के जन्मदिन 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में दुनिया भर में मनाया जाता हैं। वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का छात्रों से गहरा लगाव था और उन्होंने कहा कि देश की प्रगति के लिए छात्रों का काम महत्वपूर्ण है। आज उनकी 90वीं जयंती मनाई जा रही है, वह एक एयरोस्पेस वैज्ञानिक, लेखक, वक्ता, और शिक्षाविद थे लोगों के बीच वह काफी लोकप्रिय थे। वह सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण एक आदर्श शिक्षक थे, जो मानते थे कि शिक्षक समाज के निर्माता हैं, और छात्र भविष्य हैं।
बैलिस्टिक मिसाइल और प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी के विकास पर अपने अविश्वसनीय काम से उन्होंने सबका दिल जीत लिया था, उन्हें भारत का मिसाइल मैन कह कर बुलाया जाता था।
डॉ कलाम ने 1998 में भारत के पोखरण-द्वितीय परमाणु परीक्षण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न, वीर सावरकर पुरस्कार और रामानुजन पुरस्कार सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
कलाम अपनी लेखनी की वजह से भी काफी जाने जाते थे उन्होंने विंग्स ऑफ फायर, इंडिया 2020, इग्नाइटेड माइंड्स, अदम्य आत्मा और ट्रान्सेंडेंस: माई स्पिरिचुअल एक्सपीरियंस विद प्रमुख स्वामीजी की कई उल्लेखनीय पुस्तकें लिखीं।