24 घंटे में सुलझा कमलेश मर्डर केस ,डीजीपी बोले-पैगंबर पर टिप्पणी के कारण हुई हत्या
24 घंटे में सुलझा कमलेश मर्डर केस ,डीजीपी बोले-पैगंबर पर टिप्पणी के कारण हुई हत्या
डिजिटल डेस्क,लखनऊ। कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि तिवारी की हत्या में शामिल रहे तीन आरोपियों को सूरत से गिरफ्तार किया गया है। जबकि दो लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
डीजीपी ने बताया,"यूपी और गुजरात पुलिस की एक संयुक्त टीम ने तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ जारी है। इनके नाम मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और खुर्शीद अहमद पठान है। दो अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया था, लेकिन रिहा कर दिया गया।"
UP DGP, OP Singh on #KamleshTiwariMurder:
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
A joint team of UP Gujarat Police has detained 3 persons interrogating them. Their names are Maulana Mohsin Sheikh, Faizan, Khurshid Ahmed Pathan. Two other accused were also detained but released later, they are being monitored. pic.twitter.com/yqAEr1fN1P
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में हिरासत में लिए तीनों की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि सामने नहीं आई है। जरूरत हुई तो हम उन्हें रिमांड में लेंगे और उत्तरप्रदेश लाकर पूछताछ करेंगे।
UP DGP, OP Singh on #KamleshTiwariMurder: In the initial interrogation no criminal background of the three people, who have been detained, has been established yet. If needed, we will take them into remand, bring them to UP question them. pic.twitter.com/HdAdYOIGYS
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
डीजीपी ने कहा कि दो लोगों को साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया है। मौलाना अनवारुल हक और मुफ्ती नईम काजमी को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि, हम गुजरात, बिजनौर, लखनऊ और अन्य स्थानों की निगरानी करेंगे।
UP DGP on #KamleshTiwariMurder: In the FIR, two people were named as conspirators - Maulana Anwarul Haq Mufti Naeem Qazmi. These 2 have also been detained they"re being questioned. We"ll monitor Gujarat, Bijnor, Lucknow other places which will come up during investigation. pic.twitter.com/E1ueyv4NRw
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2019
उन्होने कहा कि, हम गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अब तक किसी आतंकवादी संगठन के नाम सामने नहीं आया है। हम सभी विवरणों पर गौर कर कार्रवाई कर रहे हैं। डीजीपी ने आगे बताया, रशीद पठान जो कंप्यूटर का जानकार है। उसने ही हत्या का प्लान बनाया था। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि हत्या के पीछे मुख्य कारण 2015 का भड़काऊ भाषण था। बता दें कमलेश तिवारी पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था। जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। फिलहाल तिवारी जमानत पर रिहा थे।