यूपी: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को 25 लाख और घर देगी योगी सरकार
यूपी: उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को 25 लाख और घर देगी योगी सरकार
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश के उन्नाव में जिंदा जला दी गई गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को योगी सरकार ने मुआवजे का मरहम लगाने की कोशिश की है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दिवंगत पीड़िता के परिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 लाख रुपए की सहायता देने की घोषणा की है। यह धनराशि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जाएगी। साथ ही सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक घर और मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराने का आश्वासन परिवार को दिया है।
इससे पहले शनिवार को पीड़िता के घर परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे यूपी सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या, कमल रानी वरुण और उन्नाव से सांसद साक्षी महाराज को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। भाजपा नेताओं के पीड़िता के घर पहुंचने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंत्रीजी वापस जाओ के नारे लगाए। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। पुलिस ने NSUI के सदस्यों को हिरासत में भी लिया। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा और दोनों मंत्रियों तथा सांसद को पीड़िता के घर पहुंचाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्री मौर्य और कमल रानी वरुण को दिवंगत पीड़िता के परिजन से मुलाकात के लिए भेजा था।
गौरतलब है कि 23 वर्षीय पीड़िता को गुरुवार तड़के बलात्कार के दो आरोपियों सहित 5 लोगों ने जला दिया था। करीब 90 प्रतिशत तक झुलस चुकी युवती को एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया था। उपचार के दौरान शुक्रवार देर रात उसने दम तोड़ दिया था। डॉक्टर ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता की मौत गंभीर रूप से जलने की वजह से हुई।
एम्बुलेंस के जरिए पीड़िता का शव उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले स्थित उसके गांव ले जाया गया। उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के भाई ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि उसकी बहन को तभी न्याय मिलेगा जब सभी आरोपियों को वहीं भेजा जाएगा जहां वह चली गई। उन्होंने कहा कि उसने मुझसे कहा भाई मुझे बचा लो। मैं दुखी हूं, मैं उसे बचा नहीं सका। पीड़िता के भाई ने कहा कि आरोपियों को या तो मुठभेड़ में मार गिराया जाना चाहिए या फांसी देनी चाहिए। उन्हें जिंदा रहने का अधिकार नहीं है। हम यहां से उन्नाव जाएंगे। आरोपियों ने उसे जला तो पहले ही दिया था और अब हम उसे दफन करेंगे।
गौरतलब है कि उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को आग के हवाले तब किया गया, जब वह अदालत में मामले की सुनवाई के लिए रायबरेली जा रही थी। दोनों ही घटना को लेकर देशभर में आक्रोश है।
उन्नाव की लड़की की मौत की खबर के बाद अखिलेश यादव विधानभवन के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठे। उन्होंने इसे काला दिन करार देते हुए इस घटना के लिए प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और ऐलान किया कि इस घटना के खिलाफ रविवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर शोक सभा का आयोजन करेगी। वहीं प्रियंका गांधी उन्नाव जाकर पीड़िता के परिजनों से मिलीं।