कठुआ गैंगरेप: वीके सिंह बोले - इंसान होना एक गाली है

कठुआ गैंगरेप: वीके सिंह बोले - इंसान होना एक गाली है

Bhaskar Hindi
Update: 2018-04-12 17:08 GMT
कठुआ गैंगरेप: वीके सिंह बोले - इंसान होना एक गाली है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह का कहना है कि इंसान होना एक गाली है। कठुआ गैंगरेप और हत्या मामले में ट्विटर पर एक तस्वीर शेयर करते हुए वीके सिंह ने ये बात कही है। वीके सिंह से पहले बॉलीवुड और खेल जगत की हस्तियों ने भी इस मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और तत्काल न्याय की मांग की है। गौरतलब है कि इसी साल जनवरी में आठ साल की बच्ची से गैंगरेप और हत्या के मामले में चार महीने बाद अब पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमे एक आरोपी पुलिसकर्मी भी है।

इंसान होना एक गाली है
वीके सिंह ने कहा, "इन्सान और जानवर में फर्क होना चाहिए और है भी। परन्तु कठुआ में 8 साल की बच्ची के साथ जो हुआ उससे यही लगता है किइंसान होना एक गाली है। जानवर कहीं अच्छे हैं। ऐसा शायद ही कोई होगा जो इस हृदय विदारक कुकृत्य की जघन्यता से भावुक न हुआ होष। परन्तु यह मैं भावनाओं को अलग रख कर कहना चाहता हूं कि अपराधियों को ऐसा दण्ड मिलना चाहिए कि उनका उदाहरण हमें पीढ़ी दर पीढ़ी याद रहे।

 

 


धर्म और देश के नाम पर कलंक
"जो लोग अपराधियों को धर्म की आड़ में शरण देना चाहते हैं, उन्हें यह पता होना चाहिए कि वो भी अपराधियों की ही श्रेणी में गिने जाएंगे। आपका समर्थन यह दर्शाता है कि समय आने पर आप भी ऐसे कुकृत्य करने में सक्षम हैं। निर्णय लें कि आप किनके प्रतिनिधि बनना चाहते हैं। कृपया अपने धर्म और देश के नाम पर ऐसा कलंक न पोतें जिसके हम न चाहते हुए भी भागीदार बनें। अरे दो मिनट उस परिवार का सोचो जिसकी 8 साल की बेटी उनसे इस नृशंसता के साथ छीन ली गई। कम से कम मैं चाहूंगा कि कानून अपना काम करे और दोषियों को उपयुक्त सबक सिखाए।"

ये खबर मुझे बीमार कर रही है
वहीं इससे पहले मामले पर अपना रोष व्यक्त करते हुए टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने लिखा, "क्या हम इस एक ऐसे देश के रूप में विश्व में पहचान बनाना चाहते हैं? अगर आज हम जेंडर, जाति, रंग और धर्म से परे इस 8 साल की बच्ची के लिए साथ खड़े नहीं हो सकते तो फिर कभी किसी चीज के लिए खड़े नहीं हो पाएंगे। इंसानियत के लिए भी नहीं। यह खबर मुझे बीमार बना रही है।" 

 

 


क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 10 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले की हीरानगर तहसील के रसाना गांव से एक 8 साल की बच्ची अगवा हो गई थी। इस बच्ची के साथ कई दिनों तक रेप किया गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गई। गांव के जंगलों में बच्ची की लाश पड़ी मिली थी। जानकारी के मुताबिक, बच्ची को अगवा करके गांव के एक धार्मिक स्थल में रखा गया था, जहां उसे बार-बार नशा दिया और कई बार रेप किया गया। बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद आरोपियों ने पहले बच्ची का गला घोंटा और बाद में उसके सिर पर पत्थर मार कर उसकी हत्या कर दी। 

 

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