आजादी के बयान पर बवाल मचने के बाद कंगना रनौत लौटा देंगी अपना पद्म श्री सम्मान, अभिनेत्री ने रखी यह शर्त

पद्म श्री लौटाएंगी कंगना आजादी के बयान पर बवाल मचने के बाद कंगना रनौत लौटा देंगी अपना पद्म श्री सम्मान, अभिनेत्री ने रखी यह शर्त

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-13 08:50 GMT
आजादी के बयान पर बवाल मचने के बाद कंगना रनौत लौटा देंगी अपना पद्म श्री सम्मान, अभिनेत्री ने रखी यह शर्त
हाईलाइट
  • 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी
  • कोई मुझे बताएं- कंगना

डिजिटल डेस्क, मुंबई।  पद्म श्री लेने के बाद से ही कंगना रनौत के एक बयान पर घमासान मचा है, जिसमें उन्होंने आजादी का जिक्र करते हुए कहा था कि,"असली आजादी साल 2014 में मिली है।" हालांकि, विवाद बढ़ता देख और पद्मश्री वापस लौटाने की मांग को देखते हुए कंगना ने अब सफाई दी है और कहा कि,उनके द्वारा पूछे गए सवाल का अगर कोई जवाब दे देता है तो, वो अपना पद्म श्री सम्मान लौटा देंगी। 

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना ने कुछ दिनों पहले ही पद्म श्री मिलने के बाद एक बयान दिया है, जिससे राजनीति के गलियारों में खलबली सी मच गई है। कंगना ने अपने बयान में कहा "भीख में मिली आजादी" जिसके बाद से ही लोग उनकी जम कर आलोचना कर रहे हैं। कई लोगों का यह भी कहना है कि कंगना को पद्म श्री सम्मान वापस लौटा देना चाहिए। इस पर कंगना ने पलटवार करते हुए कहा है कि वह पद्म श्री सम्मान वापस लौटा देंगी पर पहले कोई उन्हें यह बता दे कि 1947 में क्या हुआ था।  

कंगना का पूरा बयान?

अभिनेत्री ने कहा था “भारत को असल आजादी 2014 में मिली है और 1947 में मिली आजादी, आजादी नहीं बल्कि भीख थी।" बता दें कि 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार सत्ता में आई थी। कंगना ने अपने बयान पर सफाई पेश करते हुए इंस्टाग्राम पर स्टोरी डाली जिसमें कहा गया, "इंटरव्यू में सारी बातें साफतौर पर बताई गई है कि 1857 में आजादी के लिए पहली एकजुट लड़ाई लड़ी गई, इसमें में सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर सावरकर जी के बलिदान पर भी बात की गई। 1857 के बारे में मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सी लड़ाई लड़ी गई थी इसकी जानकारी मुझे नहीं है। अगर कोई मेरी इस बात जवाब दे तो मैं अपना पद्म श्री अवॉर्ड वापस लौटा कर माफी मांग लूंगी, कृपया मेरी सहायता करें।" 

कंगना ने आगे यह भी कहा है कि रानी लक्ष्मी बाई पर बनी फीचर फिल्म के लिए उन्होंने काफी रिसर्च की है। अभिनेत्री ने आगे लिखा, "राष्ट्रवाद के साथ दक्षिणपंथ का भी उभार हुआ लेकिन ये अचानक खत्म कैसे हो गया? और गांधी ने भगत सिंह को क्यों मरने दिया, आखिर क्यों नेता बोस की हत्या हुई और कभी गांधी जी का उन्हें सपोर्ट नहीं मिला। आखिर क्यों बंटवारे की रेखा एक अंग्रेज के द्वारा खींची गई? आजादी की खुशियां मनाने के बजाय भारतीय एक दूसरे की जान ले रहे थे। मुझे ऐसे कुछ सवालों के जवाब चाहिए, जिसके लिए मुझे मदद की जरूरत है।"

राजनीति गलियारें में खलबली

कंगना के बयान देने के बाद से ही कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, शिवसेना और एनसीपी ने इस अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने कंगना के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा इसकी तुलना देशद्रोह से होनी चाहिए। आम आदमी पार्टी ने मुंबई पुलिस से कंगना पर देशद्रोह का मामला दर्ज करने को कहा है। वहीं नवाब मलिक ने तो उन्हें ये तक कहा दिया कि, बोलने से पहले अभिनेत्री ने ड्रग का ओवरडोज लिया था। 

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