कोरोना वैक्सीन का निर्माण करने वाली वैज्ञानिक ने भविष्य में आने वाली महामारी को और खतरनाक बताया
चेतावनी कोरोना वैक्सीन का निर्माण करने वाली वैज्ञानिक ने भविष्य में आने वाली महामारी को और खतरनाक बताया
- ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बनाने वाली टीम का हिस्सा थी सारा गिल्बर्ट
- दुनियाभर में अभी तक 52 लाख लोग जान गवां चुके है
- भारत में ओमीक्रॉन के अब तक कुल 23 मामलों की पुष्टि हो चुकी है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमाम कोशिशों के बावजूद कोरोना महामारी थमने का नाम नहीं ले रही है। आय दिन बीमारी के नए वैरिएंट दुनियाभर के लोगो की मुसीबतें बढ़ा रहे है। इतना ही नहीं इस बीमारी से ठीक होने के बाद इसके पोस्ट कॉम्प्लीकेशन्स भी लोगों को अपना शिकार बना रहे है। लेकिन इसी बीच कोरोना की पहली वैक्सीन बनाने वाली टीम का हिस्सा रही वैज्ञानिक का बड़ा बयान सामने आया है।
ऑक्सफर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन बनाने वाली वैज्ञानिकों की टीम से एक सारा गिल्बर्ट ने भविष्य की महामारियों को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि, "भविष्य की महामारियां कोरोना वायरस से भी अधिक घातक हो सकती हैं। हमें कोरोना महामारी से सीखे गए सबक को बर्बाद नहीं करना चाहिए और दुनिया को अगले वायरल हमले के लिए तैयार रहना चाहिए।"
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, रिचर्ड डिम्बलबी लेक्चर में सारा गिल्बर्ट ने कहा कि सच्चाई यह है कि अगली महामारी बदतर हो सकती है। यह अधिक संक्रामक या अधिक घातक या दोनों हो सकती है। यह आखिरी बार नहीं होगा जब कोई कोई वायरस हमारे जीवन और हमारी आजीविका के लिए खतरा बना हो। दुनिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अगले वायरस के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो।
आपको बता दे सारा गिल्बर्ट ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में वैक्सीनोलॉजी की प्रोफेसर है।
ओमीक्रॉन के खिलाफ कम प्रभावी हो सकता है कोरोना का टीका!
कोरोना महामारी पर लगाम कसने के लिए तमाम टीके अब मार्किट में आ गए है, लेकिन इसके वैरिएंट के चलते ये सुनिश्चित करना मुश्किल है की कौन सा टिका किस वैरिएंट पर असरदार है। गिल्बर्ट ने कहा कि ओमीक्रॉन वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में ऐसे म्यूटेशन होते हैं जो वायरस की ट्रांसमिसिबिलिटी को बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। कोरोना के वैक्सीन पर उन्होंने कहा कि वैक्सीन ओमीक्रॉन के संक्रमण को रोकने में कम प्रभावी हो सकता है।
दुनियाभर में अभी तक 52 लाख लोग जान गवां चुके है
वर्ल्डोमीटर के अनुसार, कोरोना वायरस से दुनियाभर में अभी तक 5273310 लोगों की मौत हो चुकी है। साल की शुरुआत में डेल्टा वैरिएंट के तांडव के बाद हाल में ही खोजे गए नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से दक्षिण अफ्रीका में हाहाकार मचा हुआ है। भारत में भी ओमीक्रॉन के अब तक कुल 23 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।