भारत में घुसपैठ की बड़ी कोशिश में आतंकी, आईएसआई कर रहा मदद: सूत्र
जम्मू कश्मीर भारत में घुसपैठ की बड़ी कोशिश में आतंकी, आईएसआई कर रहा मदद: सूत्र
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर में सीमा पार से पाकिस्तान भारत में घुसपैठ करवाने की लगातार कोशिश कर रहा है। सूत्रों से पता चला है कि पाकिस्तान की आईएसआई जम्मू कश्मीर के रास्ते घुसपैठ की बड़ी साजिश रच रहा है। इसके लिए कई आतंकी शिविरों और लांचपैड्स को एलओसी के पास शिफ्ट कर दिया गया है।
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान की आईएसआई सीधे आतंकियों के लांचपैड्स को मैनेज कर रही है और उन्होंने जम्मू कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर आतंकी समूहों को कैंप लगाने में मदद भी की है। यही नहीं आतंकियों को घुसपैठ और हमलों की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि एलओसी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर आतंकी संगठनों ने अपने कैंप लगा रखे हैं।
जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान घुसपैठ करने वाले आतंकियों की मदद के लिए ड्रोन के जरिए हथियार गिरा रहा है। सूत्रों के मुताबिक सैकड़ों की तादाद में गिराए गए ये हथियार जम्मू कश्मीर में ही आसपास हैं। सूत्रों ने ये भी बताया कि आतंकी शिविर कथित तौर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर क्षेत्र में मनशेरा, मुजफ्फराबाद और कोटली में चलाए जा रहे हैं। ये कैंप लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद और हरकत उल मुजाहिद्दीन द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। जिसे आईएसआई पूरा सपोर्ट दे रही है।
सूत्रों ने ये भी बताया कि कई आतंकी जम्मू कश्मीर में मौजूद हैं और अपने आकाओं के इशारे का इंतजार कर रहे हैं। ताकि किसी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जा सके। सूत्रों के मुताबिक इन आतंकियों की तादाद 40-50 के आसपास हो सकती है। इसको लेकर भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा लगातार स्पेशल ऑपरेशन भी चलाये जा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ भारतीय सुरक्षा बलों ने हाल ही में जम्मू कश्मीर में घुसपैठ की कई कोशिशों को नाकाम भी किया है। अक्सर घुसपैठ से जुड़ी कोई ना कोई घटना सामने आती रहती है। ऐसे में यही माना जा रहा है कि आतंकी नियंत्रण रेखा के बहुत करीब अपने कैंपों को लगाकर भारत मे घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं।
एसपीटी/एएनएम
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.