शिरडी बंद: विवाद सुलझाने उद्धव ने बुलाई बैठक, मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए खुला प्रसादालय
शिरडी बंद: विवाद सुलझाने उद्धव ने बुलाई बैठक, मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए खुला प्रसादालय
- विवाद सुलझाने के लिए सोमवार को सीएम उद्धव करेंगे बैठक
- शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया
डिजिटल डेस्क, शिरडी। महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के सांई बाबा के जन्मस्थान को लेकर दिए गए बयान पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को शिरडी पूरी तरह से बंद रहा और लोग सड़कों पर प्रदर्शन करते दिखाई दिए। इस विवाद में घिरे सीएम उद्धव ने सोमवार को चर्चा के लिए मुंबई सचिवालय में एक बैठक बुलाई है।
वहीं श्री साईं बाबा संस्थान न्यास ने श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खुला रखा है। इस वजह से मंदिर में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जमा हो गई है। श्री साईबाबा संस्थाव ट्रस्ट के सीईओ डीएम मुगलीकर ने कहा कि, "आज बंद के बावजूद आज बंद साईं मंदिर आने वाले भक्तों के लिए भोजन और आवास की पर्याप्त व्यवस्था है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल एक बैठक बुलाई है।"
इस बीच शिरडी के शिवसेना सांसद सदाशिव लोखंडे ने भी बंद को अपना समर्थन दिया है।
DM Muglikar, CEO, Shri Saibaba Sansthan Trust, #Shirdi:
— ANI (@ANI) January 19, 2020
There is adequate arrangement of food and accommodation for devotees visiting Sai temple amid the bandh today. A meeting has been called tomorrow by Chief Minister Uddhav Thackeray. pic.twitter.com/IPkm7p20xz
श्रद्धालुओं के लिए खोला प्रसादालय और रसोई
वहीं शिरडी में बाजार पूरी तरह से बंद होने के कारण श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने "प्रसादालय" और "मंदिर की रसोई" पर विशेष व्यवस्था की है। मंदिर ट्रस्ट और अहमद नगर प्रशासन ने बताया कि शहर में सभी दुकानें बंद हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा का ख्याल रखते हुए प्रसादालय और मंदिर की रसोई को भी खुला रखा गया है।
पाथरी को बताया था साईं बाबा का जन्मस्थान
गौरतलब है कि परभणी जिले के पाथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान बताते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने "साईं जन्मस्थान" के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी। तब से ही 19वीं सदी के संत साईं बाबा के समर्थकों में गुस्सा देखा जा रहा है। साईं बाबा के अनुयायियों का कहना है कि सीएम उद्धव ठाकरे को अपना बयान वापस लेना चाहिए।