जम्मू-कश्मीर: धारा 144 लागू, उमर-महबूबा नजरबंद, लैंडलाइन, मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद
जम्मू-कश्मीर: धारा 144 लागू, उमर-महबूबा नजरबंद, लैंडलाइन, मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद
- उमर अब्दुल्ला
- महबूबा मुफ्ती नजरबंद
- जम्मू-कश्मीर में धारा 144 लागू
- लैंडलाइन फोन
- मोबाइल
- इंटरनेट और स्कूल-कॉलेज बंद
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में बड़े फैसले से पहले लैंडलाइन फोन, मोबाइल, इंटरनेट सभी सेवाएं बंद कर दी गई है। सोमवार आधी रात से धारा 144 लगा दी गई है जो अगले आदेश तक लागू रहेगी। इस दौरान जनता कोई आंदोलन नहीं कर सकेगी और सभी शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे। कश्मीर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। किसी भी प्रकार की सार्वजनिक सभा या रैलियां आयोजित करने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
बता दें कि मोबाइल, इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद सुरक्षाबलों को संपर्क करने के लिए सैटेलाइट फोन दिए गए हैं। सिर्फ जम्मू में ही CRPF की 40 कंपनियों को तैनात किया गया है। इससे पहले कश्मीर में ही हजारों की संख्या में अतिरिक्त सुरक्षाबल पहले से ही तैनात किए जा चुके थे। वहीं पिछले 24 घंटे में 6000 से अधिक यात्रियों ने कश्मीर छोड़ दिया है। अभी भी कुछ पर्यटक वहां मौजूद हैं जो जल्द ही कश्मीर छोड़ देंगे।
वहीं रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता उमर अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया है। पुलिस का कहना है कि कश्मीर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी गई है, जिसके बीच इन नेताओं को नज़रबंद किया गया। नज़रबंद होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
कांग्रेस के सांसद गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, अंबिका सोनी और भुवनेश्वर कलिता ने कश्मीर मुद्दे पर राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव दिया है
Congress MPs Ghulam Nabi Azad, Anand Sharma, Ambika Soni, and Bhubaneswar Kalita have given Adjournment Motion notice in Rajya Sabha, over Kashmir issue. (File pics) pic.twitter.com/4ybwQiii9V
— ANI (@ANI) August 5, 2019
नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता उमर अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया है
I believe I"m being placed under house arrest from midnight: Omar Abdullah
— ANI Digital (@ani_digital) August 4, 2019
Read @ANI story | https://t.co/muVqX6X0US pic.twitter.com/4uav0xKxNe
कल देर रात जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ""मुझे लगता है कि मुझे आज आधीरात से घर में नजरबंद किया जा रहा है और मुख्यधारा के अन्य नेताओं के लिए भी यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो गई है. इसकी सच्चाई जानने का कोई तरीका नहीं है लेकिन अगर यह सच है तो फिर आगे देखा जाएगा.’’
कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को नजरबंद किया गया है
J-K: Mufti questions alleged "house arrest" of leaders, says their voices are being muzzled
— ANI Digital (@ani_digital) August 4, 2019
Read @ANI story | https://t.co/kaKp4EH0ie pic.twitter.com/JmNLyuTsJe
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, "कैसी विडंबना है कि हमारे जैसे शांति के लिए लड़ने वाले जनप्रतिनिधियों को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है। दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में कैसे लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है।" मुफ्ती ने कहा कि कश्मीर के लोगों ने एक लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अब वही लोग अकल्पनीय अत्याचार सह रहे हैं। इससे पहले मुफ्ती ने कहा था "मोबाइल कवरेज समेत इंटरनेट सेवाएं बंद होने की खबरें सुनाई पड़ रही हैं। कर्फ्यू पास भी जारी किए जा रहे हैं। भगवान ही जानता है कि कल क्या होगा। यह एक लंबी रात होने जा रही है।"
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के समर्थन में ट्वीट किया है
You are not alone @OmarAbdullah. Every Indian democrat will stand with the decent mainstream leaders in Kashmir as you face up to whatever the government has in store for our country. Parliament is still in session our voices will not be stilled. @INCIndia https://t.co/QqGa4EgrP3
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 4, 2019
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के समर्थन में ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि आप ( उमर अब्दुल्ला) अकेले नहीं हैं। शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है। संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी।
महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा तैनाती बढ़ी
इससे पहले राज्य के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई। अधिकारियों ने कहा कि राज्य के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और संवेदनशील क्षेत्रों जैसे सिविल सेक्रेटेरिएट, पुलिस हेडक्वार्टर, एयरपोर्ट में सुरक्षा बढ़ाई गई है। राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में एंट्री और एक्जिट पॉइंट सहित कई सड़कों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। कुछ क्षेत्रों में दंगा नियंत्रण वाहनों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है, जहां कानून व्यवस्था में गड़बड़ी की आशंका अधिक है।
राजनीतिक दलों की बैठक
दूसरी ओर कश्मीर में राजनीतिक दलों के नेताओं ने घाटी की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए रविवार को एक बैठक की। कश्मीर के राजनीतिक दलों की बैठक पहले पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के आवास पर होने वाली थी। बाद में इस बैठक को फारूक अब्दुल्ला के आवास पर शिफ्ट कर दिया गया क्योंकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता की तबियत ठीक नहीं थी। नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के नेताओं ने बैठक में भाग लिया।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए, फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू और कश्मीर राज्य की विशेष पहचान की रक्षा के लिए सभी दल एकजुट हैं। उन्होंने भारत और पाकिस्तान से भी ऐसे कदम नहीं उठाने की अपील की जो देशों के बीच तनाव बढ़ा सकते हैं। पीडीपी के वहीद रहमान पारा ने कहा, "हम केंद्र सरकार से कहना चाहते हैं कि हम इस मुद्दे पर एकजुट हैं। हम चाहते हैं कि जम्मू और कश्मीर के संविधान के साथ किसा तरह का कोई खिलवाड़ न हो।"
इससे पहले नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर में "अनिश्चित और तेज" स्थिति पर चिंता व्यक्त की थी और कहा था कि पार्टी राज्य की विशेष संवैधानिक स्थिति के उल्लंघन के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी। घाटी में मौजूदा स्थिति को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपनी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की चार घंटे लंबी बैठक की। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने की।
स्थानीय राजनीतिक दलों पर BJP का निशाना
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जम्मू-कश्मीर यूनिट ने लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जम्मू-कश्मीर के संबंध में ऐसा कोई भी निर्णय नहीं लेगा जो लोगों के भलाई का न हो। भाजपा के जवाहर नगर मुख्यालय में पार्टी के लोगों की एक बैठक के बाद, राज्य के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने कहा कि स्थानीय राजनीतिक दल लोगों के बीच दहशत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि जमीनी स्तर पर वह लोगों का समर्थन खो चुके हैं।
जम्मू की ट्रेन टिकट चैकिंग में नरमी
सूत्रों ने कहा कि रेलवे ने फैसला किया है कि अगले 48 घंटों के लिए जम्मू, उधमपुर और कटरा से जाने वाली ट्रेनों पर टिकट-चेकिंग की व्यवस्था को नरमी बरती जाएगी। राज्य प्रशासन के अमरनाथ यात्रा को रद्द करने के बाद, आरक्षित टिकटों के बिना भी यात्री ट्रेन में आराम से सफर कर सके, इसके लिए रेलवे ने ये कदम उठाया है। बता दें कि सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर अमरनाथ यात्रा को रद्द कर दिया गया है जिस वजह से जम्मू से आने वाली ट्रेनों में अचानक भीड़ बड़ गई है।
अमित शाह ने की सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता
अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की। माना जा रहा है कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई है। घंटे भर चली बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
ट्रायल स्थगित, क्रिकेटर इरफान पठान घर के लिए रवाना
घाटी में सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए श्रीनगर में चल रहे U-16 और U-19 ट्रायल को पोस्टपॉन्ड कर दिया गया है। फॉर्मर इंडियन क्रिकेटर इरफान पठान जो कि जम्मू-कश्मीर राज्य टीमों के मेंटर भी हैं 100 अन्य क्रिकेटरों के साथ वापस अपने घर लौट गए हैं। कैंप 14 जून से शुरू हुआ था जो 14 जुलाई तक चला। 10 दिन के ब्रेक के बाद 25 जुलाई से फिर कैंप शुरू हुआ। जिले के क्रिकेटरों के सिलेक्शन के लिए मैच 31 जुलाई से 17 अगस्त तक होना थे।