शिवसेना के संजय राउत बोले- महाराष्ट्र की कुंडली तो हम ही बनाएंगे
शिवसेना के संजय राउत बोले- महाराष्ट्र की कुंडली तो हम ही बनाएंगे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच सरकार बनाने की खींचतान जारी है। इसी बीच शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत ने सरकार बनाने को लेकर बड़ा बयान दिया है। संजय के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री पद को लेकर जो भी फैसला लिया जाना है, उसमें शिवसेना एक प्रमुख किरदार की भूमिका निभाएगी। उन्होंने आज (बुधवार) दावे के साथ कहा कि महाराष्ट्र की कुंडली तो हम (शिवसेना) ही बनाएंगे और कुंडली में कौन-सा ग्रह कहां रखना है, यह शिवसेना जानती है।
Sanjay Raut, Shiv Sena: Maharashtra ki kundali to hum hi banayenge. Kundali mein kaunsa greh kahan rakhna hai aur kaunse taare zameen pe utaarne hain, kis taare ko chamak dena hai, itni taakat aaj bhi Shiv Sena ke paas hai. pic.twitter.com/UQiPI5iQhl
— ANI (@ANI) October 30, 2019
संजय राउत ने कहा कि कौन-से तारे को जमीन पर उतारना है और किस तारे को चमक देनी है, इतनी ताकत शिवसेना के पास आज भी है। साथ ही उन्होंने बताया कि जिसके पास भी 145 का बहुमत होगा, वह महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बन सकता है, फिर चाहे वह कोई भी राजनेता या विधायक ही क्यों न हो। संजय ने कहा कि जिसके पास भी 145 का आंकड़ा होगा या जो सबसे बड़ी पार्टी होगी, उसे राज्यपाल निमंत्रण देंगे। इसके लिए उन्हें बहुमत साबित करना पड़ेगा।
Sanjay Raut, Shiv Sena: Anybody who has the majority of 145, be it any politician or MLA, can become the Chief Minister of Maharashtra. Governor will invite whoever has the figure of 145 or the largest party, but even they have to prove majority on the floor of the house. https://t.co/BPjYNRAury
— ANI (@ANI) October 30, 2019
मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा और शिवसेना के बीच तकरार जारी है। इस बीच दोनों ही पार्टियों की तरफ से जमकर बयानबाजी भी हो रही है।वहीं "50-50 फॉर्मूले" पर दोनों पार्टियों के बीच चल रही बहस को देखते हुए कांग्रेस ने मंगलवार शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता दिया था। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि यदि शिवसेना हमारे पास कोई प्रस्ताव लेकर आती है, तो हम उस प्रस्ताव को अपने आलाकमान के समक्ष रखेंगे और अपने सहयोगी दलों से चर्चा भी करेंगे। उन्होंने बताया था कि अब तक शिवसेना की ओर से ऐसा कोई प्रस्ताव कांग्रेस को नहीं दिया गया है।