आसमान से बरस रही आफत: केरल में 42, मुंबई में 30 और कर्नाटक में 24 मौत, 2 लाख से अधिक हुए बेघर
आसमान से बरस रही आफत: केरल में 42, मुंबई में 30 और कर्नाटक में 24 मौत, 2 लाख से अधिक हुए बेघर
- भारतीय मौसम विभाग ने 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी
- महाराष्ट्र और केरल में बाढ़ की वजह से अब तक 61 मौते हो चुकी हैं
- महाराष्ट्र
- केरल और कर्नाटक में 2 लाख से अधिक लोगोंं ने घर छोड़े
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जून माह, जब गर्मी से परेशान लोग मानसून का इंतजार करते नजर आए, कि शायद बारिश की बूंदें उन्हें राहत देंगी। लेकिन आसामान पर जब काली घटाएं आईं तो राहत नहीं आफत लेकर बरसी। जुलाई माह में पूरा देश पानी पानी हो गया और आज केरल, महाराष्ट्र और कर्नाटक सहित कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं।
आलम यह कि तीनों राज्यों में बारिश और बाढ़ की वजह से अब तक 93 मौतें हो चुकी हैं। बारिश और बाढ़ से सबसे अधिक 30 लोगों की मौत महाराष्ट्र और केरल में 42 व कर्नाटक में 24 लोग अपनी जान गवां चुके हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
दूसरी ओर भारतीय मौसम विभाग ने एक बार फिर तेज बारिश की आशंका आगामी 24 घंटों के दौरान होने की जता दी है। मौसम विभाग की मानें तो केरल, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान में अगले 24 घंटे में भारी बारिश हो सकती है। ऐसे में बाढ़ग्रस्त राज्यों की स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है। आइए जानते हैं इन राज्यों के हालात
कर्नाटक
कर्नाटक राज्य में बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे लोगों को निकालने और उन तक मदद पहुंचाने के लिए सेना को लगाया गया है। आज मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि कर्नाटक में बाढ़ के कारण 24 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा है कि मृतक के परिजनों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। तेज बारिश के चलते 1024 गांव गंभीर रूप से प्रभावित हैं। यहां 20 एनडीआरएफ टीमें, 10 सेना की टीमें, 5 नेवी टीमें और 2 एसडीआरएफ टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं। बता दें कि शुक्रवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बाढ़ प्रभावित घाटप्रभा और मालप्रभा इलाकों का हवाई दौरा किया था।
Karnataka CM, BS Yediyurappa: 24 people have lost their lives,1024 villages are severely affected, due to floods. 20 NDRF teams,10 Army teams,5 Navy teams2 SDRF teams engaged in rescue operations. Compensation of Rs 5 lakh to be given to the next of kin of the deceased. pic.twitter.com/IV9rWXoddm
— ANI (@ANI) August 10, 2019
Karnataka: Water from overflowing Tunga river enters residential areas in Vidya Nagar in Shivamogga district. Fire Department engaged in the evacuation of people from the area. pic.twitter.com/JOWM8fO3WU
— ANI (@ANI) August 10, 2019
केरल
तेज बारिश से केरल के कई हिस्सों में जल भराव की स्थिति बन गई है। बीते 72 घंटों से यहां लगातार बारिश होने से अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं केरल के वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन के चलते 40 लोग अभी भी फंसे हैं। ऐसे में मौत का आंकड़ा और बढ़ने की आशंका है। बता दें कि शुक्रवार को केरल में 27 जबकि 7 लोगों की मौत की जानकारी सामने आई थी। जानकारी के अनुसार यहां 24 राहत टीमों के साथ 8 इंजिनियर टास्क फोर्स को अलेप्पी, एर्नाकुलम, पथानमथिट्टा, इदुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर और कोझिकोड में राहत और बचाव के काम में लगाया गया है।
Army personnel continue rescue operations in flood hit Wayanad. #KeralaFloods pic.twitter.com/apvTyKAoxN
— ANI (@ANI) August 10, 2019
महाराष्ट्र
मानसून पूरे देशभर में सक्रिय है और बादल जमकर बरस रहे हैं, ऐसे में महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के तीन राज्यों में भारी बारिश से तबाही का मंजर दिखाई देने लगा है। इस बारिश ने जहां लाखों लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर कर दिया है, तो वहीं सैकड़ों लोगों की जान भी इस बारिश ने ले ली है। पश्चिम महाराष्ट्र के पांच जिलों में भीषण बाढ़ के कारण 2 लाख 85 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल कर राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। कोल्हापुर, सतारा और सांगली में बाढ़ है तो वहीं हजारों गांव बाढ़ में डूब चुके हैं। बाढ़ के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या 144 हो गई। जानकारी के अनुसार बाढ़ से प्रभावित कोल्हापुर में 34 राहत दल और सांगली में 36 राहत दल काम कर रहे हैं। इनमें एनडीआरएफ, नौसेना, तटरक्षक बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी शामिल है।
#WATCH: National Disaster Response Force (NDRF) provides relief material to flood-affected people in Sangli. #maharashtrafloods pic.twitter.com/45CCi5O8XY
— ANI (@ANI) August 10, 2019
Maharashtra: National Disaster Response Force (NDRF) continues rescue operations in Sangli. #maharashtrafloods pic.twitter.com/khJCho9YlB
— ANI (@ANI) August 10, 2019
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में भी तेज बारिश का दौर जारी है, लगातार दो दिनों से अधिकांश जिलों में तेज बारिश ने एक बार फिर जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में जारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इनमें ताप्ती, नर्मदा, बराना, बीना नदी सहित अन्य नदियां शामिल हैं। जिससे निचले इलाकों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो गई है। कई गांवों का अपने जिला मुख्यालयों से सड़क संपर्क टूट गया है। बड़वानी और आसपास के इलाकों में एहतियात के तौर पर प्रशासन ने नर्मदा किनारे के 34 गांवों को खाली कराने का काम शुरू कर दिया है। सुरक्षा की दृष्टि से नर्मदा के किनारे बसे रिहाइशी इलाकों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन तैनात है। बता दें कि प्रदेश के कई जिलों में तीन दिनों से सामान्य से भारी बारिश हो रही है।
Bhopal: Two gates of Bhadbhada Dam have been opened following heavy rain in the area. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/37hUvFJDpS
— ANI (@ANI) August 10, 2019
Bhopal: Water level of "Bada Talab" increases to 1666.30 feet following rainfall in the region; maximum capacity is 1666.80 feet. The "Bada Talab" which is also known as Upper Lake had reached dead storage in June. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/8Mjaal5b2S
— ANI (@ANI) August 9, 2019