प्रज्ञा को आतंकी कहने पर राहुल बोले- 'जिसे जो करना है करो'
प्रज्ञा को आतंकी कहने पर राहुल बोले- 'जिसे जो करना है करो'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को लेकर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है। राहुल द्वारा साध्वी प्रज्ञा को "आतंकवादी" बताने पर भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने उनके खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाने की मांग की है। इस पर जब राहुल से सवाल किया गया, तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि "जिसे जो करना है, कर दो। मैंने अपनी पोजिशन साफ कर दी है।"
#WATCH Delhi: Congress MP Rahul Gandhi reacts to BJP MP Nishikant Dubey demanding to bring privilege motion against him for calling BJP MP Pragya Singh Thakur, a "terrorist". He says, "Do it. Do whatever you want to. I have clarified my position." pic.twitter.com/iNZiQk7ULl
— ANI (@ANI) November 29, 2019
बता दें कि भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर आज (शुक्रवार) को लोकसभा में काफी हंगामा हुआ। प्रज्ञा ठाकुर ने लोकसभा में अपने बयान पर माफी मांगी। वहीं उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी हमला किया। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया।
सांसद प्रज्ञा ने कहा कि बीते घटनाक्रम में, मेरे द्वारा की गई टिप्पणी से अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं क्षमा चाहती हूं, लेकिन मैं ये भी कहना चाहती हूं कि संसद में मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। मेरा कहना कुछ और था जिसे गलत रूप से प्रस्तुत किया गया है।
#WATCH "I apologise If I have hurt any sentiments. My statements being distorted, taken out of context. A member of the House referred to me as "terrorist" without proof. It is an attack on my dignity," BJP MP Pragya Singh Thakur in Lok Sabha pic.twitter.com/2cYY87uoid
— ANI (@ANI) November 29, 2019
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी द्वारा देश के प्रति सेवा भाव का मैं सम्मान करती हूं। मैं सदन को ध्यान दिलाना चाहती हूं कि इसी सदन के एक माननीय सदस्य द्वारा मुझे सार्वजनिक तौर पर आतंकवादी कहा गया है। प्रज्ञा ने कहा, मेरे साथ तत्कालीन सरकार द्वारा रचे गए षड़यंत्र के बावजूद कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ। जब तक कोर्ट से मुझे दोषी साबित नहीं किया जाता मुझे आतंकवादी कहना कानून के खिलाफ है।
साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया कि कोई आरोप सिद्ध हुए बिना, आतंकवादी बताना एक महिला के नाते, सांसद के नाते, संन्यासी के नाते मेरे सम्मान पर हमला करके मुझे अपामनित किया गया है। एक महिला होते हुए तत्कालीन सरकार के द्वारा मुझे मानसिक, शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है।