प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में कहा लोकतंत्र की जननी है भारत

सबका साथ, सबका विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में कहा लोकतंत्र की जननी है भारत

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-29 13:48 GMT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकतंत्र शिखर सम्मेलन में कहा लोकतंत्र की जननी है भारत
हाईलाइट
  • समावेशी विकास के लिए एक साथ काम करना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में आयोजित दूसरे लोकतंत्र शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत वास्तव में लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र सिर्फ एक ढांचा नहीं है, यह एक आत्मा भी है। यह इस विश्वास पर आधारित है कि हर इंसान की जरूरतें और आकांक्षाएं समान रूप से महत्वपूर्ण हैं। आपको बता दें  सम्मेलन में मुख्य तीन बिन्दुओं पर विचार-विमर्श होगा। ये हैं- लोकतंत्र को मजबूत करना और अधिनायकवाद से बचाना, भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई तथा मानवाधिकारों के प्रति सम्मान।

लोकतंत्र शिखर सम्मेलन के दूसरे संस्करण की सह-मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कोस्टा रिका के राष्ट्रपति रोड्रिगो चावेस रॉबल्स, जाम्बिया के राष्ट्रपति हाकाइंडे हिचिलेमा, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने की। सम्मेलन का आयोजन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून-सुक-योल ने किया है। 

 

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत में हमारा मार्गदर्शक दर्शन सबका साथ, सबका विकास' है - जिसका अर्थ है 'समावेशी विकास के लिए एक साथ काम करना।

पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत आज अनेक वैश्विक चुनौतियों के बावजूद सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। यह स्वयं विश्व में लोकतंत्र के लिए सबसे अच्छा विज्ञापन है।


पीएम मोदी ने समिट फॉर डेमोक्रेसी, 2023 को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार की हर पहल भारत के नागरिकों के सामूहिक प्रयासों से संचालित होती है। सम्मेलन का उद्देश्य लोकतंत्र को अधिक जवाबदेह और लचीला बनाना तथा ग्लोबल डेमोक्रेटिक सिस्टम को नए रूप देने और साझेदारी का वातावरण तैयार करना है। 

 

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