DefExpo 2020: पीएम मोदी ने किया डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन, बोले- पूरे भारत के युवाओं के लिए बड़ा अवसर
DefExpo 2020: पीएम मोदी ने किया डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन, बोले- पूरे भारत के युवाओं के लिए बड़ा अवसर
- कहा- तकनीक का गलत इस्तेमाल पूरे विश्व के लिए एक बड़ी चुनौती है
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया उद्घाटन
- लखनऊ में डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज (बुधवार) से डिफेंस एक्सपो (Defense Expo) का आगाज हुआ। इस पांच दिवसीय मेगा शो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा कि आज का ये अवसर भारत की रक्षा-सुरक्षा की चिंता करने वालों के साथ पूरे भारत के युवाओं के लिए बड़ा अवसर है। पीएम मोदी ने कहा, "मेक इन इंडिया से भारत की सुरक्षा तो बढ़ेगी ही डिफेंस सेक्टर में रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे।"
उन्होंने कहा कि यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य तो है, आने वाले समय में ये देश में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग के भी सबसे बड़े हब से भी एक होने वाला है। मोदी ने कहा, "ऐसे में नए दशक के इस पहले डिफेंस एक्सपो का यहां होने प्रसन्नता का विषय है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, दुनिया में जब 21वीं सदी की चर्चा होती है तो सबका ध्यान भारत की तरफ जाता है। आज का ये डिफेंस एक्सपो भारत की विशालता, व्यापकता, विविधता और विश्व में उसकी विस्तृत भागीदारी का सबूत है। उन्होंने कहा कि तकनीक का गलत इस्तेमाल पूरे विश्व के लिए एक बड़ी चुनौती है।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi speaks at the inaugural ceremony of the DefExpo 2020 in Lucknow https://t.co/IkpzwI6urG
— ANI (@ANI) February 5, 2020
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मोदी के पूर्व पीएम और दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए कहा कि उनके विजन के कारण भारत में डिफेंड उत्पादों के निर्माण में तेजी आई है। 2014 तक सिर्फ 217 डिफेंस लाइसेंस दिए गए। बीते पांच सालों में संख्या 460 हो गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने राष्ट्रनीति को प्रमुख अंग बनाया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र में भारत कई सालों तक प्रमुख शक्तियों में से एक रहा, लेकिन आजादी के बाद हमने अपनी ताकत को गंभीरता से नहीं लिया।
पीएम मोदी ने कहा कि पहले डिफेंस मैन्युफेक्चरिंग में प्राइवेट सेक्टर को टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की बहुत समस्याएं आती थीं। हमारी सरकार चाहती है कि डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सिर्फ सरकारी संस्थाओं तक सीमित नहीं रहे, बल्कि इसमें निजी क्षेत्र की भी बराबर साझेदारी हो। उन्होंने कहा, "भारत में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में असीमित संभावनाएं हैं। यहां टैलेंट, टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और इन्फ्रास्ट्रक्चर भी है।"
9 फरवरी तक प्रदर्शन
एक्सपो में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के विकसित रणनीतिक और हथियार प्रणालियों, रक्षा उपकरणों और तकनीक का पांच से 9 फरवरी तक प्रदर्शन किया जाएगा। लखनऊ में पहली बार होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में करीब एक हजार कंपनियां अपने हथियार, रक्षा उपकरण और तकनीक का प्रदर्शन करेंगी।
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सैन्य तकनीक का प्रदर्शन
मेले में भारत के धनुष तोप से लेकर तेजस जेट का प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपनी सैन्य तकनीक का प्रदर्शन करेंगी। इसके अलावा डीआरडीओ सहित देश के लिए रक्षा उत्पाद बनाने और रिसर्च करने वालाी एजेंसियां भी हथियारों का प्रदर्शन करेंगी।
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आठ प्रौद्योगिकी समूह का कौशल
आठ प्रौद्योगिकी समूह एरोनॉटिकल सिस्टम्स, आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन सिस्टम्स, लाइफ साइंसेज, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस एंड कम्प्यूटेशनल सिस्टम्स मिसाइल और स्ट्रैटजिक सिस्टम्स से लेकर नौसेना प्रणाली और मटेरियल और सिस्टम विश्लेषण व मॉडलिंगा का कौशल दिखेगा। वहीं थल सेना के हथियारों में पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर, धनुष तोप, आई सेफ लेजर, नाइट विजन डिवाइसेज, बॉर्डर सर्विलांस सिस्टम और लेजर डैजलर्स का प्रदर्शन होगा।
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डिफेंस एक्सपो का 11वां संस्करण
डिफेंस एक्सपो के लिए 989 से अधिक कंपनियां पंजीकरण करा चुकी है। इनमें यूएसए, ब्राजील, फ्रांस और नार्वे समेत कई देशों की 160 कंपनियां शामिल है। यह डिफेंस एक्सपो का 11वां संस्करण है। इससे पहले साल 2018 में दसवां संस्करण चेन्नई में हुआ था।