केरल में बोले मोदी - जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया, वे भी हमारे
केरल में बोले मोदी - जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया, वे भी हमारे
- कहा - केरल में हेरिटेज टूरिज्म की काफी संभावना
- दर्शन करने के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं किया संबोधित
- पीएम मोदी ने 5000 साल पुराने प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन किए
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केरल राज्य की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री बनने की बाद केरल में उनका ये पहला दौरा है। पीएम मोदी यहां 5000 साल पुराने थ्रिसूर जिले के प्रसिद्ध गुरुवायूर मंदिर में पूजा अर्चना की। विशेष पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जनता ईश्वर का रूप है। यह इस चुनाव में देश ने देख लिया। राजनीतिक पार्टियां जनता के मिजाज को नहीं पहचान पाई, लेकिन जनता ने भाजपा और एनडीए के साथ खड़ी रही। मैं सिर झुकाकर जनता को नमन करता हूं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कई पंडितों ने सोचा होगा कि केरल में भाजपा एक भी सीट नहीं जीत पाई। फिर भी मोदी धन्यवाद करने पहुंच गए। जिन्होंने हमे जिताया वह हमारे है,और जो इस बार जिताने में चूक गए, वे भी हमारे है। केरल भी मेरा लिए उतना है, जितना बनारस। उन्होंने कहा, बीजेपी कार्यकर्ता पूरे साल जनता की सेवा में लगे रहते हैं। हम राजनीति में सरकार बनाने के लिए नहीं देश बनाने आए हैं।
PM Modi: BJP workers are on the ground not only for electoral politics but they serve people 365 days a yr. We have not come in politics only to form a govt but we are here to build the nation, we have come for the "tapasya" to see that India gets its rightful place in the world. pic.twitter.com/jp9gX5r7Ci
— ANI (@ANI) June 8, 2019
उन्होंने कहा कि केरल में हेरिटेज टूरिज्म की काफी संभावना है, सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है। पीएम मोदी ने कहा, निपाह वायरल केरल में सामने आया है। मैं केरल की जनता को आश्वासन देता हूं कि इस वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार पूरा सहयोग करेगी। गौरतलब है कि पीएम मोदी ऐसे समय केरल के दौरे पर है जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के तीन दिवसीय दौरे पर हैं।
बता दें कि गुरुवायूर मंदिर 5000 साल पुराना है और 1638 में इसके कुछ भाग का पुनर्निमाण किया गया था। इस मंदिर में केवल हिंदू ही पूजा कर सकते हैं। दूसरे धर्मों के लोगों के अंदर प्रवेश पर रोक है। नरेंद्र मोदी ने 2008 में गुजरात के मुख्यमंत्री के पद पर रहते हुए इस मंदिर में पूजा-अर्चना की थी। तब भी उन्होंने थुलाभारम रस्म अदा की थी।