प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रथम दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से किया गया सम्मानित, बोले, मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं

मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रथम दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से किया गया सम्मानित, बोले, मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं

Bhaskar Hindi
Update: 2022-04-24 13:45 GMT
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रथम दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से किया गया सम्मानित, बोले, मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं
हाईलाइट
  • लता दीदी उम्र और कर्म से बड़ी थीं
  • लता दीदी ने आज़ादी से पहले भारत को आवाज दीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुंबई में 80वें वार्षिक मास्टर दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार समारोह में पहला लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इस दौरान पीएम मोदी बोले कि पुरस्कार जब लता दीदी जैसी बड़ी बहन के नाम से हो तो मेरे लिए उनके अपनत्व और प्यार का ही एक प्रतीक है। मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन-जन की थीं। उसी तरह से उनके नाम से मुझे दिया गया ये पुरस्कार जन-जन का है।

लता मेरी बड़ी बहन थीं

पीएम मोदी ने कार्यक्रम को दौरान अपने संबोधन में कहा कि मुझे गर्व होता है कि लता दीदी मेरी बड़ी बहन थीं। पीढ़ियों को प्रेम और भावना का उपहार देने वाली लता दीदी की तरफ से हमेशा एक बड़ी बहन जैसा अपार प्रेम मुझे मिला है। इससे बड़ा सौभाग्य और क्या हो सकता है।

पीएम ने कहा कि लता दीदी ने आज़ादी से पहले से भारत को आवाज़ दी। इन 75 वर्षों की देश की यात्रा उनके सुरों से जुड़ी रही। इस पुरस्कार से लता जी के पिता जी दीनानाथ मंगेशकर जी का नाम भी जुड़ा है। मंगेशकर परिवार का संगीत के लिए जो योगदान रहा है उसके लिए हम सभी देशवासी उनके ऋणी हैं।

ये पुरस्कार जन-जन का है

पीएम मोदी बोले कि पुरस्कार जब लता दीदी जैसी बड़ी बहन के नाम से हो तो मेरे लिए उनके अपनत्व और प्यार का ही एक प्रतीक है। मैं इस पुरस्कार को सभी देशवासियों के लिए समर्पित करता हूं। जिस तरह लता दीदी जन-जन की थीं। उसी तरह से उनके नाम से मुझे दिया गया ये पुरस्कार जन-जन का है। 

लता दीदी उम्र और कर्म से थीं बड़ी

पीएम मोदी ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को लेकर कहा कि लता दीदी उम्र और कर्म से बड़ी थीं। लता दीदी ने संगीत में वो स्थान हालिस किया कि लोग उन्हें मां सरस्वती का प्रतिरूप मानते थे। उनकी आवाज ने करीब 80 वर्षों तक संगीत जगत में अपनी छाप छोड़ी थी।

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पुणे में उन्होंने (लता दीदी) अपनी कमाई और अपने मित्रों के सहयोग से मास्टर दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल बनवाया जो आज भी देश की सेवा कर रहा है। कोरोना कालखंड में देश की जिस-जिस अस्पताल ने गरीबों के लिए ज्यादा काम किया उसमें पुणे की मास्टर दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल भी शामिल है।

 

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